रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप बी मुकाबले में उस वक्त बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब रेलवे ने तीन दिन के अंदर मजबूत मुंबई को शिकस्त दे दी। 41 बार की चैंपियन टीम मुंबई के खिलाड़ी पस्त नजर आए। पृथ्वी शॉ और रहाणे जैसे बल्लेबाजों से लैस मुंबई की टीम रेलवे के युवा गेंदबाज हिमांशु सांगवान की गेंदबाजी के आगे बेबस नजर आई। 24 साल के हिमांशु एक टिकट कलेक्टर हैं और अभी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पोस्टेड हैं। वानखेड़े के मैदान पर इस युवा गेंदबाज ने दूसरी पारी में 60 रन देकर 5 विकेट झटके और मुंबई को शर्मनाक हार दे दी।
पहली पारी में मुंबई की टीम केवल 114 रन ही बना सकी थी। वहीं, जब रेलवे बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो कर्ण शर्मा की दमदार बल्लेबाजी के दम पर 152 रनों की बढ़त हासिल की। इसके जवाब में हिमांशु की दमदार पारी के चलते मुंबई की टीम 198 पर ही सिमट गई और रेलवे ने 10 विकेट से जीत हासिल की। ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था कि रेलवे इतना बड़ा उलटफेर कर देगी क्योंकि पिछले राउंड में ही सौराष्ट्र के हाथों पारी से हार का सामना करना पड़ा था।
हिमांशु के लिए यह दिन यादगार रहा उन्होंने सबसे पहले पृथ्वी शॉ को अपना शिकार बनाया । इसके बाद सिद्देश लाड को भी उन्होंने पवेलियन भेजा लेकिन उनके लिए सबसे यादगार विकेट टेस्ट के स्टार खिलाड़ी माने जाने वाले अजिंक्य रहाणे का रहा होगा।
बाद में सांगवान ने कहा कि उनकी टीम की रणनीति थी कि गेंद को स्टंप पर ही हिट करना है। क्रिकेट के प्रति अपने रुझान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैने विराट कोहली की कप्तानी में 2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप को देखा था तब से इस खेल के प्रति मेरा प्यार बढ़ा।