पाकिस्तान के सीमित ओवरों के मुख्य कोच माइक हेसन ने उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि उन्होंने पूर्व कप्तान बाबर आजम से टी20 टीम में अपनी जगह वापस पाने के लिए विकेटकीपिंग करने का अनुरोध किया था। साथ ही स्पष्ट किया कि अगर बाबर आजम पाकिस्तान टी20 टीम में अपनी जगह फिर से पाते हैं तो वह सलामी बल्लेबाज के रूप में होंगे और वह सैम अयूब या फखर जमान के साथ पारी की शुरुआत कर सकते हैं।

बाबर को नहीं दिया विकेटकीपिंग करने का सुझाव: माइक हेसन

पीटीआई के अनुसार, माइक हेसन ने मीडिया को बताया, ‘बाबर के साथ ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई, जिसमें मैंने सुझाव दिया हो कि वह विकेटकीपिंग भी करें। बाबर ने अपने पूरे करियर में कभी विकेटकीपिंग नहीं की और अब आप उन्हें विकेटकीपिंग करने का सुझाव दे रहे हैं। एक पूर्व कप्तान और सीनियर खिलाड़ी के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।’

मार्च की शुरुआत में सीनियर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के साथ टी20 टीम से बाहर किए गए बाबर आजम को 20 जुलाई से शुरू होने वाली आगामी बांग्लादेश सीरीज के लिए घोषित टीम में भी जगह नहीं दी गई है। इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि टीम प्रबंधन ने बाबर आजम को टी20 टीम में जगह पाने के लिए शीर्ष क्रम के बल्लेबाज होने के अलावा एक अतिरिक्त भूमिका पर काम करने के लिए कहा था।

पूर्व खिलाड़ियों ने की थी पाकिस्तानी कोच की आलोचना

पाकिस्तानी मीडिया की खबरों में बताया गया था कि माइक हेसन ने हाल ही में लाहौर में वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ एक औपचारिक बातचीत के दौरान बाबर आजम को यह सुझाव दिया था। बातचीत के दौरान मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी भी मौजूद थे। ऐसी खबरों के सामने आने के बाद अनुभवी कीवी कोच की कई पूर्व खिलाड़ियों जैसे राशिद लतीफ, बासित अली, मोहसिन खान, मोईन खान और सिकंदर बख्त ने आलोचना की थी।

बासित अली ने कहा था, ‘वह बाबर, रिजवान और शाहीन के साथ बहुत अन्याय कर रहे हैं, लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि ये तीनों जल्द ही वापसी करेंगे।’ मोहसिन खान ने कहा था कि यह सोचना भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि बाबर को इस प्रारूप में खेलने के लिए विकेटकीपिंग करनी होगी।

बांग्लादेश दौरे के लिए चुने गए पाकिस्तानी खिलाड़ी कराची में एक शिविर में हिस्सा ले रहे हैं। बाबर, रिजवान और शाहीन अफरीदी के टीम में नहीं होने के बावजूद शिविर में शामिल होने के लिए कहा गया है।

बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए पाकिस्तान टीम

सलमान अली आगा (कप्तान), अबरार अहमद, अहमद दानियाल, फहीम अशरफ, फखर जमान, हसन नवाज, हुसैन तलत, खुशदिल शाह, मोहम्मद अब्बास अफरीदी, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नवाज, साहिबजादा फरहान, सैम अयूब, सलमान मिर्जा, सूफियान मोकिम।

माइक हेसन ने यह भी कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों को इस तरह से बल्लेबाजी करने का निर्देश नहीं दिया है कि उनका स्ट्राइक-रेट हमेशा 150 से ऊपर रहे। माइक हेसन ने साफ किया, ‘मैंने खिलाड़ियों से यह भी नहीं कहा है कि अगर उन्हें टीम में अपनी जगह बनाए रखनी है तो उन्हें 150 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करनी होगी।’

युवा T20 टीम बनाने पर काम कर रहे माइक हेसन

माइक हेसन ने स्वीकार किया कि टी20 क्रिकेट में पाकिस्तान की सबसे बड़ी समस्या बल्लेबाजी है और उन्हें इस प्रारूप की आधुनिक आवश्यकताओं को पूरा करने की जरूरत है। हेसन ने कहा, ‘हम इस दिशा में कुछ चीजों पर काम कर रहे हैं।’ हेसन ने स्पष्ट किया कि वह वर्तमान में चयनकर्ताओं के साथ एक युवा टी20 टीम बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं, जिसका प्रारूप के प्रति एक विशेष दृष्टिकोण हो।

माइक हेसन ने बताया, ‘हम ऐसे खिलाड़ियों पर विचार कर रहे हैं जो बल्लेबाजी क्रम में जगह बनाने और कई भूमिकाएं निभाने के लिए तैयार हों, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि विशेषज्ञ खिलाड़ियों के लिए कोई जगह नहीं होगी।’ माइक हेसन ने कहा कि वह चयन प्रक्रिया का पूरी तरह से हिस्सा थे। जब चयनकर्ताओं ने टीम प्रबंधन को 20 खिलाड़ियों की सूची दे दी तो अंतिम 11 या 15 खिलाड़ियों पर फैसला करना उनके ऊपर था।

माइक हेसन ने यह भी कहा कि वह अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले नए खिलाड़ियों को कुछ मौका देना चाहते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर स्थापित खिलाड़ियों को भी बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया, ‘माइक हसन अली वेस्टइंडीज में खेलेंगे, जबकि हम शाहीन शाह अफरीदी की भी ज्यादा प्रभावी भूमिका में वापसी देखने के लिए उत्सुक हैं।’

बाबर को स्कोरिंग रेट में सुधार की जरूरत: माइक हेसन

हालांकि, माइक हेसन ने माना कि 30 वर्षीय बाबर को अपने स्कोरिंग रेट में सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘बाबर उन कई खिलाड़ियों में से एक हैं जिनमें ये सुधार करने की क्षमता है। और मैं उनके साथ काम करने और उनकी मदद करने के लिए यहां हूं। पिछले एक-दो महीने में, उन्होंने कुछ बहुत अच्छे बदलाव किए हैं। यह सिर्फ 125 से 150 तक जाने की बात नहीं है, बल्कि अपनी क्षमता बढ़ाने की बात है, क्योंकि हम बल्ले से अक्सर 30-40 रन कम बना पाते हैं, इसलिए हमें इसे हासिल करने का कोई रास्ता ढूंढ़ना होगा।’