मनीष कुमार जोशी

साल 2023 में भारत ने जो मौके खोए, उनको पाने का एक अवसर लेकर आया है नया साल 2024। क्रिकेट में पिछले साल भारत ने बहुत मौके गंवाए हैं। पिछले साल एकदिवसीय विश्वकप में आस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल की हार कई साल तक सालती रहेगी। टैस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हारना सबसे बडी हार थी। साल 2023 में क्रिकेट में भारत के लिए दुनिया का सिरमौर बनने के दो अवसर थे और दोनों ही अवसर भारत ने आखिरी दौर में गंवा दिए।

नया साल भारत के लिए अवसर लाया है। साल 2024 में जून में अमेरिका और वेस्ट इंडीज में टी20 विश्वकप होगा। टी20 विश्वकप से पहले भारत को बहुत सारे टी20 और आइपीएल खेलने का अवसर मिलेगा जो टी20 विश्वकप में भारत के लिए प्रोत्साहन का काम करेगा। इसके अलावा विश्व टैस्ट चैंपियनशिप का नया सत्र भी 2024 में शुरू होगा और भारत को साल के शुरू में ही इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की सीरीज भी खेलनी है।

बैडमिंटन में साल 2023 में भारत को अवसर तो मिले परंतु क्रिकेट की तरह अंतिम छोर तक नहीं पहुंच सके। साल 2022 में गंवाए गए मौकों को वे 2023 में भुना नहीं सके परंतु पुरुष बैडमिंटन में भारत की चुनौती युवा शटलरों में मजबूत की। भारतीयों ने टूर्नामेंट भी जीते हैं। इस साल आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारतीयों के पास फाइनल में पहुंचने और जीतने का अवसर है।

साल 2023 में शतरंज में भारत के लिए चमत्कृत होने का अवसर आया था, जब भारत के प्रज्ञानानंद विश्व चैम्पियन बनने के करीब थे परंतु अंतिम क्षणों में मैग्नस कार्लसन से हार गए थे। साल 2024 में प्रज्ञानानंद के पास एक और अवसर है। अप्रैल में फिर विश्व शतरंज चैंपियनशिप हो रही है जिसमें प्रज्ञानानंद साल 2023 में गंवाए अवसरों को भुना सकते हैं।

क्रिकेट, बैडमिंटन और शतरंज में ही नहीं दूसरे खेलों में भी भारत को नए साल में नए अवसर हैं। टेनिस में भारत को पाकिस्तान के साथ डेविस कप खेलना है। भारत डेविस कप में विश्वग्रुप में पहुंचने से काफी दूर हो गया है। भारत को इस साल पाकिस्तान में डेविस कप खेलने की अनुमति मिलती है तो भारत यहां जीत हासिल कर विश्वग्रुप के और करीब जा सकता है।

एथलेटिक्स में नीरज चौपड़ा ने पिछले साल स्वर्णिम प्रदर्शन किया और नए साल में भी उनके पास अपना प्रदर्शन जारी रखने का अवसर है। साल 2023 में अवसर कम थे और जो भी मिले उनमें भारतीयों ने शानदार प्रदर्शन किया परंतु कुछ खेलो में अंतिम समय पर चूक गए थे। भारत 2024 में खेलों में नई इबारत लिख सकता है।