ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने लगभग 14 महीने बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी की जबकि चयनकर्ता पांच नवंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला के पहले दो मैचों के लिए सोमवार को यहां 16 सदस्यीय टीम में अधिक बदलाव करने से बचे।
जडेजा को घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिला है और उन्हें ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ टीम में शामिल किया गया है जिनका मांसपेशियों में खिंचाव के कारण अब भी खेलना संदिग्ध है।
संदीप पाटिल की अगुआई वाली चयन समिति की यहां हुई बैठक के बाद बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने टेस्ट टीम की घोषणा की। चयनकर्ताओं ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बाकी बचे दो एकदिवसीय मैचों के लिए एकमात्र बदलाव करते हुए उमेश यादव की जगह साथी तेज गेंदबाज श्रीनाथ अरविंद को टीम में शामिल किया है।
जडेजा की टीम में वापसी की उम्मीद की जा रही थी क्योंकि उन्होंने सौराष्ट्र की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए पहले दो मैचों में 24 विकेट चटकाए और इसके बाद बल्ले से भी उपयोगी पारियां खेली।
चोट के कारण श्रीलंका के खिलाफ अंतिम टेस्ट में नहीं खेलने वाले रिद्धिमान साहा की भी विराट कोहली की अगुआई वाली टीम में वापसी हुई है।
पाटिल ने कहा कि चयनकर्ता दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों के मैचों में अब तक टीम के निराशाजनक प्रदर्शन पर करीबी नजर रखे हुए हैं। मेजबान टीम टी20 श्रृंखला 0-2 से गंवाने के बाद वनडे श्रृंखला में भी 1-2 से पिछड़ रही है।
पाटिल ने कहा, ‘‘हम चिंतित (प्रदर्शन को लेकर) हैं। टीम के साथ यात्रा कर रहे दो चयनकर्ताओं ने टीम प्रबंधन और कप्तान से बात की है। हमारी कप्तान के साथ विस्तृत चर्चा हुई। यह चिंता की बात नहीं है। जब भी भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो हम अच्छा महसूस करते हैं और जब भी हारती है तो हमें बुरा लगता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि कोई भी खुश नहीं है कि हमने वह मैच गंवाया जिसे हमें जीतना चाहिए था। लेकिन फिर भी हम उस टीम का समर्थन करते हैं जिसे हमने चुना है। हम टीम प्रबंधन और सहायक स्टाफ का समर्थन करते हैं। हम चाहते हैं कि वे अच्छा प्रदर्शन करें। हमें जिन विभागों पर गौर करना चाहिए उन पर चर्चा हुई, जिस पर टीम प्रबंधन और कप्तान ने अपने विचार रखे।’’
पाटिल ने कहा कि चयनकर्ताओं और कप्तान में टीम के संयोजन को लेकर कोई मतभेद नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले भी यह कह चुका हूं कि यह कप्तान को वह टीम जो वह चाहता है उसे देने के अलावा ऐसी टीम चुनना है जिसके बारे में चयनकर्ताओं को लगता है कि यह अच्छा प्रदर्शन करेगी। चाहे कप्तान हो, टीम प्रबंधन, कोच या सभी चयनकर्ता उन्हें लगता है कि उन्होंने सर्वश्रेष्ठ टीम चुनी है। अंतिम 11 खिलाड़ियों का चयन उन पर निर्भर करता है। हम कुछ चीजों को लेकर चिंतित हैं और हमें उम्मीद है कि भविष्य में इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा।’’