भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और पीवी सिंधु जो उपलब्धि अपने नाम कर पाईं, वह गुजरात की 16 साल की बेटी तस्नीम मीर ने कर दिखाया। वह ताजा बीडब्ल्यूएफ जूनियर रैंकिंग के अंडर-19 गर्ल्स सिंगल्स कैटेगरी में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली पहली भारतीय बन गईं।
तस्नीम मीर को पिछले साल शानदार प्रदर्शन का फायदा मिला। तस्नीम ने पिछले साल यानी 2021 में 3 जूनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीते थे। इससे वह तीन पायदान के फायदे से जूनियर विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने में सफल रहीं।
तस्नीम से पहले यह उपलब्धि किसी भी भारतीय जूनियर महिला खिलाड़ी ने हासिल नहीं की थी। फिर चाहे वह दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ही क्यों न रही हों। पीवी सिंधू जब अंडर-19 में खेलती थीं तब उन्होंने उच्चतम नंबर-2 रैंकिंग हासिल की थी। बैडमिंटन में लड़कों के एकल वर्ग में लक्ष्य सेन, सिरिल वर्मा और आदित्य जोशी नंबर एक खिलाड़ी बने थे।
तस्नीम मीर के पिता गुजरात पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर हैं। तस्नीम ने जूनियर इंटरनेशल लेवल पर अब तक चार खिताब जीते हैं। इसमें बुल्गारियन जूनयिर चैंपियनशिप, एलप्स इंटरनेशनल और बेल्जियम जूनियर टूर्नामेंट भी शामिल है।
तस्नीम 2021 में अंडर-19 लड़कियों की एकल रैंकिंग में शीर्ष -10 में शामिल थीं, लेकिन पिछले साल के अंत में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उन्हें शीर्ष स्थान हासिल करने में मदद की। प्रतिभाशाली तस्नीम पिछले कुछ साल से गुवाहाटी में असम बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण ले रही हैं। तस्नीम जूनियर्स में वर्ल्ड नंबर-1 बनने के बाद बेहद खुश हैं।

उन्होंने कहा, ‘आखिरकार, मेरा सपना सच हो गया। मैं जूनियर वर्ग में विश्व नंबर 1 बन गई। मैं अपने माता-पिता, परिवार के सदस्यों, गुजरात सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण, कोचों और सहयोगी स्टाफ की शुक्रगुजार हूं। मैं अपने शुभचिंतकों और प्रायोजकों, गुजरात बैडमिंटन एसोसिएशन और बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया की भी आभारी हूं, जिन्होंने दुनिया में नंबर 1 बनने की मेरी यात्रा में निरंतर समर्थन दिया।’
तस्नीम ने गुवाहाटी से पीटीआई को बताया, ‘मैं यह नहीं कह सकती कि मुझे इसकी उम्मीद थी। मैंने सोचा कि मैं नंबर एक नहीं बनूंगी, क्योंकि टूर्नामेंट कोविड-19 से प्रभावित हो रहे थे, लेकिन मैंने बुल्गारिया, फ्रांस और बेल्जियम में तीन टूर्नामेंट जीते थे। इसलिये मैं दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनकर काफी खुश और रोमांचित हूं।’