एशिया कप में भारत के खिलाफ मैच बांग्लादेश के लिए डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज तंजीम साकिब फेसबुक पर महिला विरोध पोस्ट को लेकर विवादों में घिर गए हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB)से मंगलवार को चेतावनी मिलने के बाद तेज गेंदबाज ने पोस्ट डिलीट कर दिया। साथ ही माफी भी मांगी। बीसीबी ने उन्हें जरूरत पड़ने पर मनोवैज्ञानिक के पास भी भेजने की बात कही है।

क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि तंजीम के संबंध में हाल का घटनाक्रम उनके ध्यान में आया और उनसे इस संबंध में उनसे बात की। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व कप आ रहा है, इसलिए वे उन्हें चेतावनी देने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं, लेकिन भविष्य में अगर वह दोषी पाए गए तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

तंजीम साकिब से बातचीत

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के क्रिकेट ऑपरेशन के अध्यक्ष जलाल यूनुस ने मंगलवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में पत्रकारों से कहा, “हमने तंजीम साकिब से बातचीत की और फेसबुक पोस्ट के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने यह पोस्ट किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं किया है, बल्कि उन्होंने अपने लिए पोस्ट किया है और अगर इससे किसी को ठेस पहुंची हो तो भी उन्हें इसके लिए खेद है।”

महिलाओं से नफरत नहीं

जलाल यूनुस ने तंजीम को लेकर कहा, “महिलाओं के संबंध में यह था और उन्होंने कहा कि वह इसकी सारी जिम्मेदारी ले रहे हैं और उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मानना गलत है कि वह महिलाओं से नफरत करते हैं। उनकी मां एक महिला हैं तो वह महिलाओं से नफरत कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें खेद है। हमने उन्हें चेतावनी दी है कि वह भविष्य में इस तरह के पोस्ट न डालें और उन्होंने कहा कि वह इस तरह की टिप्पणियों से दूर रहेंगे।

तंजीम को दी गई चेतावनी

जलाल यूनुस ने कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण है (वह किस तरह की मानसिकता रखते हैं) और हम उन पर नजर रखेंगे और उनकी निगरानी करेंगे। उनका परिवार बहुत डरा हुआ है और उन्हें इस तरह की स्थिति की उम्मीद नहीं थी। विश्व कप आ रहा है और वह युवा हैं। हमने उन्हें चेतावनी दी है, लेकिन भविष्य में उन्होंने ऐसा कुछ किया तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”

मनोवैज्ञानिक सहायता देने को भी तैयार

जलाल ने कहा कि तंजीम ने सभी पोस्ट हटा दिए हैं और कहा कि जरूरत पड़ने पर बांग्लादेश बोर्ड उन्हें मनोवैज्ञानिक मदद देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया है और उन्होंने सब कुछ अपने आप कहा है (किसी से प्रभावित होकर नहीं) और इसीलिए हम कह रहे हैं कि हम उन पर नजर रखेंगे। उन्होंने माफी मांग ली है और हम उनसे बात करेंगे और अगर उन्हें कोई दिक्कत होगी तो हम उनकी मदद के लिए आगे आएंगे। यदि उन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता की आवश्यकता होगी, तो हम उन्हें वह सहायता भी प्रदान करेंगे। हमें लगता है कि भविष्य में हमें इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी अनुबंधित हैं और उन्हें आचार संहिता का पालन करना होता है। हमने उन्हें इन सभी चीजों के बारे में सूचित किया है और उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में सावधान रहेंगे और उन्हें अपने कृत्य पर खेद है।”