ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में दो महीने का समय शेष है। हालांकि, टीम मैनेजेंट अब तक खिलाड़ियों को परख रही है। वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का चुनाव अभी नहीं हो पाया है। हालांकि पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट एक्सपर्ट्स के बीच विश्वकप की टीम क्या और कैसी होगी इस पर चर्चा जारी है। पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। टी20 विश्वकप के दौरान भारतीय टीम का पेस अटैक कैसा होना चाहिए, उन्होंने इसे लेकर बड़ा बयान भी दिया है।

टी20 विश्वकप टीम में जगह बनाने के लिए भारत के 11 गेंदबाजों के बीच होड़ है। इसमें भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल ने सबसे ज्यादा विकेट चटकाए हैं, लेकिन आईपीएल 2022 के बाद भारतीय टीम में जगह बनाने वाले युवा अर्शदीप सिंह ने अपनी शानदार गेंदबाजी से क्रिकेट दिग्गजों को प्रभावित किया है।

वेस्टइंडीज दौरे पर शानदार प्रदर्शन के बावजूद विश्वकप टीम में उनके चयन पर बहस छिड़ी हुई है। रवि शास्त्री ने मोहम्मद सिराज और हर्षल पटेल पर अर्शदीप सिंह को तरजीह दी है। उन्होंने कहा कि वह जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी के साथ अर्शदीप सिंह को चौथे तेज गेंदबाज के रूप में देखना चाहते हैं।

रवि शास्त्री ने कहा, ‘मुझे लगता है, क्योंकि भारत को वैराएटी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया में अक्सर बाएं हाथ के गेंदबाज अच्छा करते हैं। वहां पर बाउंस है और वह एंगल है, जो वे बनाते हैं। अगर आप भारतीय टीम की बात करें तो वह (अर्शदीप सिंह) एक आदर्श चयन होंगे। इसमें भुवी, जसप्रीत, शमी और उनके साथ आप अगर उन्हें (अर्शदीप) को शामिल करेंगे तो आप देखेंगे वह दिए गए मौके पर अच्छा करेंगे।

शास्त्री ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘मैं तो उसको ही लूंगा। मैं वैराएटी के लिए लूंगा और जिसको बाहर बैठना होगा वह बाहर बैठ सकता है। अगर चार तेज गेंदबाज चुने गए हैं तो मैं तीन दाहिने हाथ के और एक बाएं हाथ का गेंदबाज चुनूंगा। एक ऑलराउंडर जो हार्दिक पंड्या हैं। मुझे निश्चित तौर पर लगता है कि जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार और शमी को शामिल किया जाएगा।’

भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए चौथे मुकाबले में अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3.1 ओवर में 12 रन देकर 3 विकेट झटके। यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह उनके टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का पांचवां मैच है। 23 साल के अर्शदीप सिंह अब तक 13 के औसत से 9 विकेट ले चुके हैं। वह हर मैच में कम से कम एक विकेट लेने में सफल रहे हैं।