T20 World Cup 2022: टी20 वर्ल्ड कप 2022 का पहला सेमीफाइनल बुधवार को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। पाकिस्तान की टीम साल 1992 में इमरान खान की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में ही हुआ था और सेमीफाइनल में उसका सामना कीवियों से हुआ था। ब्लैककैप्स के खिलाफ टीम का रिकॉर्ड शानदार है, ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि क्या बाबर आजम की अगुआई वाली टीम फाइनल में पहुंचेगी या नहीं?

टी20 वर्ल्ड कप 2022 की बात करें तो न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। सुपर12 में इंग्लैंड को छोड़कर किसी से नहीं हारी। दूसरी ओर पाकिस्तान की टीम ने भारत और जिम्बाब्वे के खिलाफ हार के बाद मोमेंटम हासिल की। भाग्य का साथ मिला और नीदरलैंड ने साउथ अफ्रीका को हरा दिया। इससे टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। टूर्नामेंट से पहले बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की ओपनिंग जोड़ी पाकिस्तान की ताकत मानी जा रही थी, लेकिन हुआ इसके ठीक उलट।

बाबर और रिजवान की जोड़ी फ्लॉप

टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कहा जा रहा था कि पाकिस्तान की टीम उस मैच में दिक्कत होगी, जिसमें बाबर और रिजवान की जोड़ी फ्लॉप रही। मीडिल ऑर्डर को कमजोर बताया जा रहा था। इस जोड़ी का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। स्लो स्ट्राइक रेट से रन बानने के कारण मीडिल ऑर्डर पर दबाव पड़ रहा है। इसके कारण इनकी काफी आलोचना हुई है। शाहिद अफरीदी जैसे पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों की सलाह है कि दोनों में से किसी एक बल्लेबाज को नीचे खेलना चाहिए।

शाहीन अफरीदी और शादाब खान का प्रदर्शन

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि पाकिस्तान की ताकत उसकी तेज गेंदबाजी है। चोट से वापसी के बाद शाहीन शाह अफरीदी टूर्नामेंट की शुरुआत में लय में नहीं दिखे थे, लेकिन उन्होंने पिछले दो मैचों में शानदार गेंदबाजी की है और 5 मैच में 8 विकेट लिए हैं। इसके अलावा हारिस रऊफ ने बेहतरीन गेंदबाजी की है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में पाकिस्तान उम्मीद करेगा कि शाहीन को रऊफ से अच्छा साथ मिले।

मोहम्मद हारिस पर होगा दारोमदार

इसके अलावा शादाब खान गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 5 मैच में 10 विकेट चटकाए हैं। अफ्रीका के खिलाफ मैच में टीम 95 रन पर 5 विकेट गंवा चुकी थी। इसके बाद शादाब ने 22 गेंद पर 52 रन ठोका था संकट से उबारा था। सिडनी की विकेट स्पिनर्स के मुफीद मानी जाती है, ऐसे में उनसे काफी उम्मीदें होंगी। फखर जमां के चोटिल होने के बाद टीम में मोहम्मद हारिस को शामिल किया गया। अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 11 गेंद में 28 और बांग्लादेश के खिलाफ 18 गेंद पर 31 रन जड़े थे।