वेंकट कृष्ण बी। पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे जैसे शीर्ष पांच खिलाड़ियों से सजी मुंबई की टीम में 21 वर्षीय सूर्यांश शेडगे ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सुर्खियां बंटोरी हैं। आंध्र के खिलाफ उनकी नाबाद 8 गेंदों में 30 रन की पारी ने मुंबई को तालिका में शीर्ष पर पहुंचाया। इस पारी ने मुंबई को प्री-क्वार्टर फाइनल खेलने से बचा लिया। इसके बाद आईपीएल 2025 ऑक्शन में केवल 30 लाख में बिके शेडगे ने बुधवार (11 दिसंबर) को विदर्भ के खिलाफ 12 गेंदों में 36 रन बनाकर सेमीफाइनल में बड़ौदा से मुंबई का मुकाबला तय कर लिया।

आंध्र की तरह रहाणे ने अलूर में विदर्भ के खिलाफ 222 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार बल्लेबाजी। उन्होंने 45 गेंदों पर 84 रन की बेहतरीन पारी खेली। इसके अलावा शॉ ने 26 गेंदों में 49 रनों का योगदान दिया। बुधवार को युवा शेडगे के लिए काम काफी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि आखिरी 4 ओवर में 15 का रिक्वायर्ड रेट था। शिवम दुबे संघर्ष कर रहे थे। शेडगे ने अपनी पहली तीन गेंदों पर बिना कोई जोखिम उठाए यश ठाकुर को खेला। इसके बाद उन्हें ऑफ स्पिनर मंदार महाले आए।

ड्रेसिंग रूम में बनाई योजना

शेडगे ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मैदान पर जाने से पहले मुझे पता था कि कौन गेंदबाजी करेगा। ठाकुर के पास सिर्फ एक ओवर बचा था और उन्हें स्पिनर से गेंदबाजी करवानी थी। वे पार्थ रेखाड़े (बाएं हाथ के स्पिनर) से गेंदबाजी नहीं करवाएंगे क्योंकि शिवम भैया (लेफ्ट हैंडर ) वहां मौजूद थे। इसलिए मुझे पता था कि वे स्पिनर से गेंदबाजी करवाएंगे और मैं बस उस पल का इंतजार कर रहा था। जैसे ही वे ऑफ स्पिनर को लेकर आए, मैंने मौके का फायदा उठाया। ओवर में 25 रन बनाए। चूंकि शिवम भैया भी वहां मौजूद थे, इसलिए मुझे पता था कि हम कुछ ही समय में मैच अपने नाम कर सकते हैं। मैं बस गेंद-दर-गेंद की लड़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रहा था। मैं बस अपने मंत्र को दोहरा रहा था, जिसे मैं अपने कमरे में भी दोहराता रहता हूं – खुद पर विश्वास करना।”

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शेडगे की तूफानी बल्लेबाजी

शेडगे ने ओवर की शुरुआत चौके से की और लगातार छक्कों के साथ इसे खत्म किया। सभी छक्के मिड-विकेट के ऊपर लगाए। अगले ओवर में शिवम दुबे ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज दीपेश परवानी को लॉन्ग-ऑन पर दो बड़े छक्के जड़े। इससे विदर्भ ने 8 गेंदों में 36 रन दे दिए और खेल का रुख पूरी तरह बदल गया। मुंबई ने आखिरकार चार गेंदें शेष रहते जीत हासिल कर ली और शेडगे ने विजयी छक्का लगाया।

बड़े खिलाड़ियों के कारण फिनिशर की भूमिका निभा रहे शेडगे

फिनिशर की भूमिका निभाना डिफॉल्ट रूप से नहीं हुआ। भारतीय टीम के खेलने वाले खिलाड़ियों की उपलब्धता के कारण शेडगे के पास इस भूमिका को निभाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। शेडगे ने कहा, “यह मेरे लिए नया है, लेकिन मैं अभ्यास में बहुत सारी अच्छी आदतें डाल रहा हूं। मैं इस भूमिका के लिए अभ्यास कर रहा हूं क्योंकि यह मेरा पहला सीनियर टी20 टूर्नामेंट है और मैं कोई भी अवसर नहीं खोना चाहता था। बल्लेबाजी क्रम भरा हुआ है इसलिए जब आप नंबर 5 या 6 पर खेलते हैं, तो आपको उसी के अनुसार समायोजन करना पड़ता है और मैंने सीखा कि यह एक गेंद की लड़ाई होगी।”

नेट्स में 6-10 गेंदों से ज्यादा का सामना नहीं करते

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से पहले अभ्यास सत्रों में उन्होंने एक बार में 6-10 गेंदों से अधिक का सामना नहीं किया। सूर्यकुमार और श्रेयस अय्यर के साथ बातचीत से मदद मिली और दुबे के साथ बातचीत से भी। मिडिम पेसर शेडगे ने कहा, “एक फिनिशर होने के नाते सेटल होने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है। यहां आप स्पष्ट विचार के साथ जाते हैं और स्कोर को नहीं देखते हैं और सिर्फ गेंद पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इसलिए अभ्यास में मैं स्कोर करने के लिए अलग-अलग जगहों को लक्षित करता और विभिन्न क्षेत्रों का पता लगाता। हम काफी रेड-बॉल क्रिकेट खेल रहे थे और सैयद मुश्ताक के लिए, नेट्स पर मैं पहली गेंद से खेलना शुरू करता। मैं अभी तक व्यवस्थित नहीं हूं, लेकिन मैं जो करने की कोशिश कर रहा हूं वह है छोटे सेट खेलना। इसलिए जब मैं 6 गेंदों का सेट खेलता हूं, तो मैं एक लक्ष्य रखता हूं और उसे हासिल करने की कोशिश करता हूं।”

अभिषेक नायर हैं कोच

विस्फोटक बल्लेबाज होने के बावजूद शेडगे के लहजे में शांति और आत्मविश्वास साफ झलकता है। वह अपने गुरु अभिषेक नायर, मोंटी देसाई और बचपन के कोच मनीष बंगेरा और अपने सपोर्ट सिस्टम को श्रेय देते हैं, जिसमें उनके माता-पिता और दो करीबी दोस्त शामिल हैं। जब मुंबई ने 2022/23 सीजन में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीता, तो वह टीम का हिस्सा थे, लेकिन पूरे टूर्नामेंट में बेंच पर बैठे रहे। पिछले साल स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से वह व्हाइट-बॉल टूर्नामेंट से बाहर रहे, यह एक ऐसा दौर था जिसने उन्हें अपने खेल को बेहतर ढंग से समझने का मौका दिया। वापसी इतनी आसान नहीं थी, वह सीनियर कॉल-अप मिलने से पहले मुंबई के लिए अंडर-23 टूर्नामेंट खेलते थे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में मुंबई और विदर्भ के बीच चौथे क्वार्टर फाइनल मैच की रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें।