भारतीय टीम से बाहर चल रहे ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने शुक्रवार (29 नवंबर) को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में सबसे खराब गेंदबाजी की। शार्दुल ठाकुर ने केरल के खिलाफ 69 रन देकर 1 विकेट लिए, जो संयुक्त रूप से सबसे महंगा ओवर है। शार्दुल से पहले अरुणाचल प्रदेश के रमेश राहुल टूर्नामेंट के सबसे महंगे गेंदबाज थे। उन्होंने कुछ दिन पहले हरियाणा के खिलाफ 69 रन लुटाए थे। पिछला रिकॉर्ड हैदराबाद के पगडाला नायडू (1/67) के नाम था। उन्होंने 2010 में मुंबई के खिलाफ यह कारनामा किया था।
चोट से वापसी कर रहे शार्दुल हाल ही में संपन्न आईपीएल मेगा ऑक्शन में भी अनसोल्ड रहे। पिछले तीन सीजन में शार्दुल के प्रदर्शन में गिरावट आई है। 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 9 मैचों में शार्दुल ने 61.80 की औसत से सिर्फ पांच विकेट लिए। हालांकि, इकॉनमी उनकी सबसे बड़ी ताकत नहीं रही है, लेकिन जब वह अच्छे फॉर्म में थे तो विकेट लेने और महत्वपूर्ण साझेदारियों को तोड़ना उनकी खूबी थी। पिछले कुछ वर्षों में वह विकेट भी नहीं ले पा रहे और इम्पैक्ट प्लेयर नियम के कारण निचले क्रम में उनकी बल्लेबाजी क्षमता का कोई खास उपयोग नहीं रह गया। अब टीम इस भूमिका के लिए विशेषज्ञ फिनिशर को मैदान में उतारती है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में भी नहीं चुन गया
शार्दुल ठाकुर को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में भी नहीं चुन गया। पर्थ रवाना होने से पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा था कि प्रबंधन शार्दुल ठाकुर से आगे बढ़ चुका है, जो ऑस्ट्रेलिया में पिछली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने वाली टीम के हीरो में से एक थे। हालांकि, 33 वर्षीय खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
शार्दुल को भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद
शार्दुल ने इसे लेकर कहा, “मुझे अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। मैं अभी सर्जरी से लौटा हूं, इसलिए यह स्पष्ट है कि यही कारण है कि मैं इस समय टीम में नहीं हूं। हालांकि, मेरी फिटनेस अब बहुत अच्छी है और चूंकि ऑस्ट्रेलिया का दौरा लंबा है, इसलिए अवसर कभी भी आ सकते हैं। इसके बाद, इंग्लैंड की टीम भी व्हाइट बॉल मैचों के लिए भारत आ रही है, फिर चैंपियंस ट्रॉफी है, इसलिए आगे बहुत क्रिकेट है। निश्चित रूप से आगे कहीं न कहीं मौके मिलेंगे।”
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी: दिल्ली ने मणिपुर के खिलाफ किया 11 गेंदबाजों का इस्तेमाल
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शुक्रवार (29 नवंबर) को अजब गजब मामला देखने को मिला। दिल्ली ने मणिपुर के खिलाफ सभी 11 खिलाड़ियों से गेंदबाजी कराई। टी20 क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी मैच में 9 से ज्यादा गेंदबाजों का इस्तेमाल हुआ। दिल्ली ने इस मैच को 4 विकेट से अपने नाम किया। (पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)