भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज व कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के दौरान चल रही पिच विवाद को लेकर अपना बयान दिया और बताया कि आखिर क्यों भारतीय टीम ने अब तक टर्निंग पिच पर खेलने को तरजीह दी है। उन्होंने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को लेकर टिप्पणी की और बताया कि टीम इंडिया का गेंदबाजी संयोजन अभी 20 विकेट लेने में समर्थ नहीं दिख रही है और इसकी वजह से ही भारत सूखी पिच बनाने को मजबूर है।

सुनील गावस्कर ने टुडे ग्रुप के साथ बात करते हुए कहा कि भारत में 20 विकेट लेना आसान नहीं है। बहुत सी भारतीय पिचों पर आप अपने अनुभवी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मो. शमी और थोड़े कम अनुभव वाले मो. सिराज के बिना मुझे नहीं लगता कि गेंदबाजी आक्रमण इतनी मजबूत है कि वो 20 विकेट ले सकें। वहीं अगर सूखी पिच बनती है तो आपको मदद मिलेगी और इसके साथ आप 20 विकेट ले पाने में सक्षम हो जाएंगे। मुझे लगता है कि ऐसी पिचें तैयार करने के पीछे शायद यही वजह है।

गावस्कर ने दावा किया कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल ने भारत की सोच को ऐसा बनाने में बड़ी भूमिका निभाई क्योंकि भारत चाहता था कि वो अपने घरेलू कंडीशन का पूरा फायदा उठाए और अपने स्पिनरों का भरपूर प्रयोग करे। भारत ऐसी सपाट पिच नहीं बनाना चाहता था जहां बल्लेबाज रन बना सकें। उन्होंने कहा कि भारत के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए टर्निंग ट्रैक बनाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था। यदि आपके पास एक मजबूत आक्रमण होता, तो शायद आप कुछ अलग कर सकते थे लेकिन आपकी ताकत आपके स्पिनर हैं और इसलिए ऐसी पिचें बनाई जा रही है।

आपको बता दें कि जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भारत ने इस टेस्ट सीरीज में अब तक प्लेइंग इलेवन में सिर्फ दो तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल किया है। मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने पहले दो मैच खेले जबकि उमेश यादव ने तीसरे टेस्ट में शमी की जगह ली। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने श्रृंखला में अब तक भारत के लिए एक मजबूत स्पिन तिकड़ी बनाई है।