वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। टीम 2-3 से सीरीज हार गई। इसके बाद टीम की खूब आलोचना हुई। आलचोना होती भी क्यों न हार्दिक पांड्या की अगुआई वाली टीम ने ऐसी टीम से सीरीज गंवाई जो पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के लिए इस साल वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई। वेस्टइंडीज के खिलाफी टी20 सीरीज में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया।
यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा, मुकेश कुमार का प्रदर्शन अच्छा रहा,लेकिन संजू सैमसन, इशान किशन और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। वेस्टइंडीज के खिलाफ हार पर लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइची लेवल पर बेहतरीन प्रदर्शन करने के मुकाबले भारत के लिए वैसा ही प्रदर्शन दोहराना काफी कठिन है। उन्होंने यह भी कहा कि अंडर-19 से सीनियर टीम में स्विच करना भी काफी कठिन होता है।
फ्रेंचाइजी लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करने और देश के लिए खेलने में बहुत फर्क
सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा कि फ्रेंचाइजी लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करने और देश के लिए खेलने में बहुत फर्क है। यहां काफी दबाव और उम्मीदें होती हैं। फ्रेंचाइजी लेवल पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को भी यहां काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। अंडर-19 स्तर पर हमने ऐसा होते हुए देखा है, वहां बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी सीनियर लेवल पर अच्छा नहीं कर पाते।
खिलाड़ी केवल कॉन्ट्रैक्ट मिलने भर से ही खुश रहते
सुनील गावस्कर ने कहा कि बच्चों के खिलाफ खेलते हुए बच्चे शानदार प्रदर्शन करते हैं, लेकिन सीनियर लेवल पर उनके लिए कहानी एकदम उलट होती है। यही कारण है कि जूनियर लेवल पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी सीनियर लेवल पर संघर्ष करते दिखते हैं। केवल टेम्परामेंट की बात नहीं है। कई बार फ्रेंचाइजी लेवल पर खेलने लायक भी उनकी स्किल नहीं होती। ऐसे में करोड़ों में खरीदे गए युवा खिलाड़ियों में जुनून नहीं दिखता और वे केवल कॉन्ट्रैक्ट मिलने भर से ही खुश रहते हैं। कम कीमत से भी उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
वेस्टइंडीज के खिलाफ हार से निराश नहीं होना चाहिए
सुनील गावस्कर ने कहा कि टीम इंडिया को वेस्टइंडीज के खिलाफ हार से निराश नहीं होना चाहिए। नहीं भूलना चाहिए की वह टीम दो बार टी20 वर्ल्ड कप जीती है। उनके खिलाड़ी आईपीएल फ्रेंचाइजियों के लिए मैच विनर हैं। वेस्टइंडीज बेहतरीन टी20 टीम है और उनसे हारना कोई शर्म की बात नहीं है। यह सजग होने का समय है। इस बात पर गौर करने की जरुरत है कि भारत को मजबूत टीम बनाने के लिए किस पक्ष पर काम करना है। सीरीज में कुछ खिलाड़ियों को आराम दिया गया था। वे लंबे समय तक नहीं खेलेंगे। उनकी रिप्लेसमेंट जल्द से जल्द ढूढ़ंने की दरकार है, क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप अगले साल होना है।