भारतीय क्रिकेट टीम मैच खेलती है तो कमेंट्री में शायद ही कभी होता है कि लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर की आवाज सुनाई न दे। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान खिलाड़ियों की तारीफ तो करते ही हैं, लेकिन गलती करने पर बगैर किसी झिझक के सवाल उठाते हैं। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर रहे हों या विराट कोहली बल्लेबाजी में खामी दिखने पर गावस्कर ने कभी भी इसके बारे में बताने में संकोच नहीं किया।

अब द इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज में लिटिल मास्टर से सवाल किया गया कि हाल ही के समय में उन्होंने भारतीय टीम बल्लेबाजों को बल्लेबाजों को लेकर सलाह दी है? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह ऐसा नहीं करते क्योंकि टीम के कोचिंग स्टाफ में राहुल द्रविड़ और विक्रम राठौड़ हैं। कई बार बहुत ज्यादा सलाह मिलने पर खिलाड़ी कंफ्यूज हो जाते हैं।

राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण आते थे सलाह लेने

आइडिया एक्सचेंज में सुनील गावस्कर से सवाल किया गया कि आप टेस्ट मैचों के दौरान मौजूद रहते हैं। पिछले 5 या 10 वर्षों में क्या किसी भारतीय बल्लेबाज ने अपनी बल्लेबाजी के लिए आपसे मदद मांगी है? इसका जवाब देते हुए गावस्कर ने कहा, “राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण नियमित रूप से मेरे पास आते थे। वे किसी खास समस्या को लेकर मुझसे संपर्क करते थे और आप उन्हें कुछ ऐसा बता सकते हैं जो आपने देखा हो।”

मयंक अग्रवाल को दी सलाह

गावस्कर ने कहा, “हाल के दिनों में मैंने केवल तभी पहल की थी जब हम भारतीय टीम के साथ एक ही होटल में थे। मयंक अग्रवाल नाश्ते के लिए वहां से गुजर रहे थे। मुझे याद है कि मैंने उनसे कहा था कि उन्हें अपना बैकलिफ्ट छोटा कर लेना चाहिए। बैकलिफ्ट के कारण डिफेंस करने पर भी वह गेंद बल्ले का किनारा ले लेती थी। मेरे अंदर अहंकार नहीं है। मैं उनसे बात कर सकता हूं, लेकिन चूंकि राहुल द्रविड़ और विक्रम राठौड़ दो कोच हैं। कभी-कभी आप पीछे हट जाते हैं क्योंकि आप उन्हें बहुत अधिक जानकारी देकर कंफ्यूज नहीं करना चाहते हैं।”