Former Indian Player Sudhir Naik Demise: भारत के पूर्व क्रिकेटर सुधीर नाईक का बुधवार को मुंबई में निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे और उनकी एक बेटी है, जो ऑस्ट्रेलिया में रहती है। नाईक को कुछ हफ्ते पहले घर पर गिरने के बाद सिर में लगी चोट लगी थी। इसके बाद वह मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती थे। भारत ने 1974 में लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला था। इस मैच में सुधीर नाईक ने लिटिल मास्टर ब्लास्टर सुनील गावस्कर के साथ ओपनिंग की थी। उन्होंने वनडे भारत की ओर से पहला चौका लगाया था। वह पिच क्यूरेटर भी रहे। उन्होंने साल 2011 वर्ल्ड कप में वानखेड़े की पिच तैयार की थी। भारत और श्रीलंका के बीच इसी मैदान पर फाइनल हुआ था। महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली टीम चैंपियन बनी थी।

सुधीर नाईक ने 70 के दशक में भारत के लिए तीन टेस्ट और दो वनडे खेले। इस ओपनर बल्लेबाज ने छह पारियों में 141 रन बनाए। उन्होंने 1974 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट की दूसरी पारी में 77 रन बनाए थे, जो उनका सर्वोच्च स्कोर था। उनका आखिरी टेस्ट 1975 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेला था। नाईक मुंबई के पूर्व कप्तान भी थे और उन्होंने 1971 में रणजी ट्रॉफी में टीम का नेतृत्व किया था, जब सुनील गावस्कर और अजीत वाडेकर सहित मुंबई के अधिकांश दिग्गज वेस्टइंडीज दौरे पर थे और सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। नाईक लंबे समय तक वानखेड़े स्टेडियम के मुख्य क्यूरेटर भी रहे।

2011 वर्ल्ड कप में वानखेड़े की पिच किया तैयार

क्रिकबज के अनुसार भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI)के पूर्व अधिकारी प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी ने सुधीर नाईक के निधन पर कहा, “स्तब्ध और दुखी हूं। उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व करने के अलावा खेल में काफी योगदान दिया। उन्होंने मुंबई चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) की प्रबंध समिति का भी हिस्सा थे। वह एक बहुत ही जानकार क्यूरेटर थे और उनका सबसे बड़ा योगदान 2011 के विश्व कप के लिए वानखेड़े को तैयार करना था, जो उन्होंने तब किया जब हम में से कई लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी। उनका राष्ट्रीय क्रिकेट क्लब स्थानीय मुंबई लीग में एक चैंपियन टीम है और जहीर खान, नीलेश कुलकर्णी और वसीम जाफर सहित कई भारतीय क्रिकेटरों ने इसके लिए खेला है और लगातार इसके साथ जुड़े रहे।”

सुधीर नाईक को एमसीए के अध्यक्ष ने दी श्रद्धांजलि

एमसीए के अध्यक्ष अमोल काले ने सुधीर नाईक को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “यह एक अपूरणीय क्षति है क्योंकि सुधीर जी ने कई पदों पर मुंबई क्रिकेट की सेवा की थी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।” सेक्रेट्री अजिंक्य नाईक ने कहा, “सुधीर नाईक की बल्लेबाजी और युवाओं को उनका मार्गदर्शन मुंबई के मैदानों में लंबे समय तक याद रखा जाएगा। रेस्ट इन पीस सर। “