भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच काफी विवादित रहा। सिर्फ ढाई दिन में इस मैच का नतीजा निकल गया था जिसमें भारतीय टीम को 9 विकेट से हार मिली थी। इस मैच के खत्म होने के बाद आईसीसी ने इंदौर की पिच को बेहद खराब दर्जे का करार देते हुए तीन डिमेरिट अंक भी दिए जो पांच साल तक मान्य रहेगा। इस टेस्ट मैच में केएल राहुल को ड्रॉप कर दिया गया था जिन्होंने पहले दो टेस्ट मैचों में खराब प्रदर्शन किया था। अब केएल राहुल को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेट श्रीकांत ने कहा कि अगर इंदौर टेस्ट मैच में राहुल खेलते और फेल हो जाते तो उनका क्रिकेट करियर खत्म हो जाता।

श्रीकांत ने कहा कि सबसे पहले और सबसे अहम ये कि मैं केएल राहुल के लिए काफी खुश हूं। ये तो अच्छा हुआ कि वो नहीं खेले क्योंकि अगर वो इन विकेटों पर खेलता और अगले दो टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता तो उसका करियर खत्म हो जाता। भगवान का शुक्र है कि वो इस टेस्ट मैच में नहीं खेला। इन पिचों पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल है चाहे कोई भी बल्लेबाज हो उसके लिए चुनौती रहेगी। आप किसी भी बल्लेबाज चाहे वो विराट कोहली क्यों ना हों इन पिचों पर रन नहीं बना सकता है। आप अगर कंगारू स्पिनरों को देखें तो उन्होंने खराब पिच का इस्तेमाल बेहतरीन तरीके से किया वैसे इन विकेटों पर विकेट लेना कोई बड़ी बात नहीं है। अगर मैं इंदौर की पिच पर गेंदबाजी करता तो विकेट ले लेता। हालांकि ये कठिन बातें हैं, लेकिन इसे हमें स्वीकार करना होगा।

श्रीकांत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पिछले तीन मैचों की पिच के बारे में बात करते हुए कहा कि ये टेस्ट क्रिकेट के लिए कहीं से भी अच्छा नहीं है। उन्होंने याद दिलाया की साल 2008 में उन्होंने टर्निंग ट्रैक तैयार नहीं किया था, लेकिन फिर भी भारत ने आराम से टेस्ट सीरीज जीती थी। उन्होंने कहा कि ये टेस्ट क्रिकेट के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है और वो गलती कर रहे हैं। अगर आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2008 की सीरीज देखें तो पिचें टर्नर नहीं थीं, लेकिन भारत को 2-0 से जीत मिली थी। इस बार तो गेंद पहले से ही टर्न कर रही है और इन पिचों पर बल्लेबाजी करना मुश्किल है।