किसी क्रिकेटर ने शायद ही ऐसी कामना की होगी कि उसकी विपक्षी टीम बहुत बड़ा स्कोर बनाए। लेकिन केदार जाधव के मामले में यह बात सौ फीसदी सच है। उन्होंने 15 जनवरी 2017 को पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए वनडे में यही कामना की थी। ईश्वर ने उनकी यह इच्छा पूरी भी की थी। इस बात का खुलासा उन्होंने विक्रम साठिया (Vikram Sathaye) के यूट्यूब शो ‘वॉट द डक’ (What The Duck) खुद किया था।

उस मैच में विराट कोहली (Virat Kohli) ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। इंग्लैंड ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 350 रन बना दिए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के 64 रन पर 4 विकेट भी गिर गए थे। केदार जाधव (Kedar Jadhav) ने शो के दौरान अपने 13वें वनडे का किस्सा सुनाया था। केदार ने बताया, ‘वह मैच पुणे में थे। मुझे अब भी याद है कि मैच से करीब 10 दिन पहले मैं एक क्लब मैच खेल रहा था। तभी पसलियों में थोड़ी चोट लग गई थी। लेकिन मुझे किसी भी कीमत पर वह मैच (पुणे वाला) खेलना था, क्योंकि शकुन-अपशकुन में बहुत विश्वास करता हूं।’

केदार ने बताया, ‘मैंने महसूस किया है कि बहुत बार प्रकृति आपको संकेत देती है कि चीजें आपके लिए बन रही हैं। उस मैच से भी पहले मुझे कुछ ऐसा ही महसूस हो रहा था कि पुणे में मैच हो रहा है। पुणे का मैं पहला क्रिकेटर हूं, जो घरेलू मैदान पर भारत के लिए खेल रहा है। तो मुझे लग रहा था कि यह सब बन रहा है। यह स्टेज मेरे लिए सेट हो रहा है।’

केदार ने आगे बताया, ‘मुझे अब भी याद है कि जब इंग्लैंड बैटिंग कर रहा था। जैसे ही उनकी तरफ से कोई बड़ा शॉट लगता तो मैं खुश होता। मैं मन ही मन कह रहा था कि यार थोड़े और रन बनाओ। जब उनके 300 रन बने तो मैं खुश हुआ। उसके बाद जब उनका स्कोर 325 और 350 हुआ तो मैं और खुश हो गया।’ केदार के इतने कहने पर शो में मौजूद हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने कहा, ‘यह पहला बैट्समैन है, जो विपक्षी टीम से कह रहा हो कि मारो-मारो। कोई बात नहीं।’

केदार ने कहा, ‘दरअसल, मुझे पता था कि 270 या 280 रन बनने पर हमारा टॉप ऑर्डर ( उस मैच में केएल राहुल, शिखर धवन, विराट कोहली टॉप ऑर्डर बल्लेबाज थे) ही उसको चेज कर लेगा। तीनों में कोई न कोई शतक मार देता ही है। इसलिए उनके रन बनने पर मैं खुश हो रहा था।’

केदार ने कहा, ‘मुझे याद है कि जब हमारी बैटिंग शुरू हुई तो, एक-एक विकेट गिरता गया। मैं पैड पहनकर बाहर डग आउट तक पहुंचता  कि धोनी भाई भी आउट हो चुके थे। हालांकि, मैंने अपने दिमाग में कोई भी नकारात्मक बात नहीं आने दी और सीधा क्रीज पर पहुंच गया।’

केदार ने बताया, ‘उस दिन पूरा ऐसा था कि जब मैंने सोचा कि मुझे स्क्वायर कट कर चौका मारना है तो बॉल स्क्वायर कट को आ जाती थी। तो बहुत बार ऐसा होता है कि आप क्या सकारात्मक सोचते हैं। वह आपके खेल पर रिफ्लेक्ट भी करता है। हालांकि, यह सबकुछ इस पर निर्भर करता है कि आप कैसे सोचते हैं।’

बता दें कि उस मैच में केदार ने विराट कोहली के साथ पांचवें विकेट के लिए 200 रन की साझेदारी की थी। विराट कोहली 105 गेंद में 122 रन बनाकर आउट हुए थे। केदार जाधव ने 12 चौके और 4 छक्के की मदद से 76 गेंद में 120 रन बनाए थे।

केदार जाधव, विराट कोहली और हार्दिक पंड्या के 37 गेंद में नाबाद 40 रन की बदौलत भारत ने 48.1 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 356 रन बना मैच अपने नाम कर लिया था। केदार जाधव मैन ऑफ द मैच चुने गए थे।