भारतीय महिला टीम शनिवार 20 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा और अंतिम एकदिवसीय मैच 43 रन से हार गई। इस हार के कारण भारतीय महिला टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार वनडे सीरीज जीतने से चूक गई और 1-2 से शृंखला हार गई। हालांकि, उप-कप्तान स्मृति मंधाना के बल्ले से शानदार बल्लेबाजी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

स्मृति मंधाना ने तोड़ा विराट कोहली का रिकॉर्ड

बाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने 413 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को मुकाबले में बनाए रखा। एक समय तो किसी भी भारतीय (पुरुष या महिला) द्वारा बनाया गया सबसे तेज एकदिवसीय शतक जड़कर उन्हें ऑस्ट्रेलिया को डरा ही दिया था। स्मृति मंधाना ने केवल 50 गेंद में शतक बनाकर विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

स्मृति मंधाना ने अपनी पारी को सर्वश्रेष्ठ मानने से किया इनकार

हालांकि, विराट कोहली का विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के बावजूद स्मृति मंधाना शायद बहुत खुश नहीं थीं, क्योंकि उन्होंने इसे अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी नहीं करार दिया। स्मृति मंधाना ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है या नहीं, क्योंकि जब आप 413 रन का पीछा करते हैं तो आपके पास खेलने के लिए कोई और गियर नहीं होता। छक्के लगाने के मामले में शायद हां, लेकिन मैं इसे सर्वश्रेष्ठ नहीं मानूंगी। जब भी आप शतक बनाते हैं और टीम जीतती है…, मेरा मतलब है कि वह एक यादगार पारी बन जाती है।’

भारत ने पहली बार सीरीज जीतने का मौका गंवाया

स्मृति मंधाना के शानदार स्ट्रोक प्ले और जबरदस्त पावर-हिटिंग के कारण कई रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। स्मृति मंधाना के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शृंखला परिणाम के बारे में कम, बल्कि घरेलू विश्व कप से पहले संयोजनों को परखने और कमजोरियों की पहचान करने के बारे में ज्यादा थी। तीन मैच की सीरीज में बराबरी हासिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत पहली द्विपक्षीय सीरीज जीतकर इतिहास रचने की कगार पर था, लेकिन स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर के आउट होने के बाद लक्ष्य का पीछा करना और भी मुश्किल हो गया।

दीप्ति शर्मा ने 72 रन की जबरदस्त पारी खेलकर उम्मीद जगाई, लेकिन लगातार विकेट गिरने के कारण भारत 43 रन से हार गया। स्मृति मंधाना ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हमारे लिए यह सीरीज कई सही संयोजन और चीजें हासिल करने के बारे में थी। ऑस्ट्रेलिया एक बेहतरीन प्रतिद्वंद्वी है जिससे हमें अपनी कमियों को परखने का मौका मिलता है, इसलिए मैं यह नहीं कहूंगी कि इससे आत्मविश्वास कम होगा, लेकिन अपनी ताकत और कमियों को समझने के लिहाज से अच्छी सीरीज थी। हम इसको आत्मविश्वास बढ़ाने वाली या ऐसी चीज के रूप में देखेंगे।’

भारतीय टीम की फील्डिंग बनी चिंता, तीन मैचों में 12 से ज्यादा कैच छोड़े

हालांकि, क्षेत्ररक्षण एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन करने के बाद, भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लापरवाह रहा और तीनों मैच में 12 से ज्यादा कैच टपकाए। स्मृति मंधाना ने इस असंगति को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, ‘मेरा मतलब है कि क्षेत्ररक्षण में निश्चित रूप से काफी अंतर है। क्षेत्ररक्षण एक ऐसी चीज है जिसका मतलब है कि एक टीम के रूप में हम आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन हमें यह भी लगता है कि कभी-कभी हम दूसरों की तुलना में एक अलग क्षेत्ररक्षण वाली टीम लगते हैं।’

स्मृति मंधाना ने कहा, ‘हमें टीम में क्षेत्ररक्षण के मामले में एक इकाई के रूप में निरंतरता ढूंढ़नी होगी, न कि व्यक्तिगत प्रतिभा की, इसलिए हमने सोचा कि विश्व कप से पहले हमें इस पर ध्यान देना होगा। स्मृति मंधाना ने खुद एक शानदार शृंखला का आनंद लिया। वह शृंखला में दो शतक और एक अर्धशतक के साथ शीर्ष स्कोरर रहीं। स्मृति मंधाना ने भारतीय बल्लेबाजी की जिम्मेदारी काफी हद तक संभाली, लेकिन उन्होंने खुद पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता की बात को खारिज कर दिया।

मंधाना का संदेश: टीम पर निर्भरता नहीं, सभी हैं मैच विजेता

शनिवार को स्मृति मंधाना ने 63 गेंदों पर 17 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 125 रन की शानदार पारी खेली। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें बल्लेबाजी का दबाव महसूस होता है तो उन्होंने कहा, ‘ज्यादा नहीं। इस टीम में हर कोई मैच विजेता है, प्लेइंग इलेवन ही नहीं, बल्कि सभी 15 खिलाड़ी। किसी भी समय, कोई भी आगे आ सकता है। अगर आप पिछले 12 महीनों पर नजर डालें तो हमने 300 से ज्यादा रन तब भी बनाए जब मैं जल्दी आउट हो गई थी। इससे पता चलता है कि किसी एक खिलाड़ी पर निर्भरता नहीं है। प्रतीका, हरलीन, जेमिमा, हरमन- सभी ने पिछले साल शतक बनाए हैं।’

विश्व कप से पहले सही संयोजन की तलाश

स्मृति मंधाना ने विश्व कप में भारत के साथ खेलने वाले संयोजन का खुलासा करने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने स्वीकारा कि मेजबान टीम लचीलापन दिखाएगी और परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेगी। स्मृति मंधाना ने कहा, ‘हम वास्तव में यह नहीं बताना चाहेंगे कि संयोजन क्या होगा, क्योंकि विश्व कप अभी 8-10 दिन दूर है, लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि हमारे पास विशेष संयोजन होगा, यह विकेट पर भी बहुत निर्भर करेगा।’