शुभमन गिल को शनिवार, 24 मई को भारत का अगला टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया। वह लाल गेंद के प्रारूप में देश का नेतृत्व करने वाले 37वें खिलाड़ी बन गए। उनका पहला कार्यभार अगले महीने शुरू होगा जब भारत पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड जाएगा।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुभमन की अगुआई में 18 सदस्यीय टेस्ट टीम की घोषणा की जिसमें विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम का उप-कप्तान बनाया गया। शुभमन गिल क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में भारत की कप्तानी करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने। अब रोहित के बाद गिल की कप्तानी में भारतीय टेस्ट क्रिकेट की नई जर्नी की शुरुआत होगी।

गिल के कप्तान बनने का श्रेय योगराज ने युवराज को दिया

शुभमन गिल के टेस्ट टीम का कप्तान बनने के बाद भारत के पूर्व तेज गेंदबाज योगराज सिंह ने दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को बधाई दी और कहा कि उनके शानदार प्रदर्शन का श्रेयस उनके पिता (शुभमन गिल के पिता) और युवराज सिंह को जाता है। इंडिया टूडे ने योगराज सिंह के हवाले से कहा कि शुभमन गिल के प्रदर्शन का श्रेय उनके पिता और युवराज सिंह को जाता है। अगर शुभमन गिल आज कप्तान बने हैं और लंबे समय तक बने रहेंगे, तो इसमें युवराज सिंह का मार्गदर्शन अहम भूमिका निभाएगा और उन्होंने इसमें अहम भूमिका निभाई है।

शुभमन ने छोटी उम्र से ही अपने पिता की देखरेख में ट्रेनिंग ली है और कई लोग उन्हें देश का अगला सुपरस्टार मानते हैं। उन्होंने 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान युवराज के साथ-साथ पंजाब के कई अन्य प्रतिभाशाली क्रिकेटरों के साथ भी प्रशिक्षण लिया था। फाजिल्का में जन्मे इस खिलाड़ी ने 32 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने 35.06 की औसत से 1,893 रन बनाए हैं। हालांकि गिल के टेस्ट में प्रदर्शन पर कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट ने सवाल भी उठाए हैं। गिल का प्रदर्शन इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका जैसे देशों में अच्छा नहीं रहा है और उनका औसत 20.00 से नीचे चला जाता है।