T20 World Cup 2022: पहली बार टी20 वर्ल्ड कप साल 2007 में खेला गया था। महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की अगुआई में पाकिस्तान (Pakistan) को हराकर टीम इंडिया (Team India) विजेता बनी थी। तब पाकिस्तान के कप्तान रहे शोएब मलिक ने दावा किया है कि मिस्बाह उल हक की बल्लेबाजी से डरकर भारत के सीनियर गेंदबाजों ने आखिरी ओवर में गेंद करने से इन्कार कर दिया था। गौरतलब है कि मेलबर्न में टी20 वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच होना है। इसे लेकर ए स्पोर्ट्स शो के दौरान पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने यह बात कही।

मलिक ने कहा, ” मैं नाम नहीं लूंगा। भारत के हर मुख्य गेंदबाज का एक ओवर बचा था। धोनी ने सबसे पूछा, लेकिन उन्होंने आखिरी ओवर डालने से मना कर दिया। वे मिस्बाह को गेंदबाजी करने से डर रहे थे। वह ग्राउंड के चारों ओर शॉट लगा रहे थे। लोग हमेशा मिस्बाह के स्कूप शॉट की बात करते हैं। मैं आपको बता रहा हूं अगर वह आखिरी विकेट नहीं होता, तो उन्होंने डाउन द ग्राउंड शॉट खेला होता। उन्होंने उस ओवर में जोगिंदर को पहले ही छक्का जड़ दिया था।”

मिस्बाह ने क्यों खेला था स्कूप

शो के दौरान मिस्बाह मौजूद थे। उन्होंने आखिरी ओवर में जोगिंदर शर्मा के खिलाफ स्कूप शॉट खेलने का कारण बताया। उन्होंने कहा, “पूरे टूर्नामेंट के दौरान मैं यह शॉट खेला था। योजना एक चौका लगाने की थी और फिर हमें स्कोर बराबर करने के लिए एक रन की आवश्यकता होती। इसके बाद वे फील्डर्स को ऊपर लाते और तब मैं मैच समाप्त करूंगा।”

श्रीसंत ने कैच लिया था

छह गेंदों में से चार रन की जरूरत थी और मिस्बाह शॉर्ट फाइन लेग पर स्कूप शॉट खेले और गेंद हवा में चली गई। श्रीसंत ने कैच लिया और भारत ने पहला टी 20 विश्व कप जीता। मलिक ने यह भी बताया कि 2007 के फाइनल के बारे में बात करते हुए वह अभी भी भावुक क्यों हो जाते हैं। मलिक ने कहा, “मैं भावुक व्यक्ति नहीं हूं, लेकिन फाइनल में हार ने मुझे बेहतर कराया। हम बाकी टीमों से एक कदम आगे थे। 2007 वर्ल्ड कप टीम में हमारा दबदबा था। दुर्भाग्य से हम फाइनल नहीं जीत सके। “