रोहित शर्मा और शिखर धवन की गिनती दुनिया की बेस्ट ओपनिंग जोड़ी के रूप में की जाती है। इन दोनों दिग्गज क्रिकेटर्स ने साथ खेलते हुए कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं। हालांकि, जब पहली बार दोनों एक साथ ओपनिंग के लिए उतरे थे, तब शिखर धवन ने रोहित शर्मा की बात मनाने से इंकार कर दिया था। रोहित के लाख चिरौरी करने के बाद धवन ने पहले स्ट्राइक लेने से साफ मना कर दिया था। यह वाकया चैंपियंस ट्रॉफी के मैच का है।
रोहित शर्मा ने गौरव कपूर के यूट्यूब चैनल ओकट्री स्पोर्ट्स (Oaktree Sports) के शो ब्रेकफॉस्ट विद चैंपियंस (Breakfast With Champions) में चैंपियंस ट्रॉफी की कहानी सुनाई थी। शो में शिखर धवन के अलावा उनकी पत्नी आयशा मुख़र्जी, बेटा जोरावर और रोहित की पत्नी रितिका सजदेह भी मौजूद थीं। शो के दौरान गौरव ने शिखर धवन से पूछा, ‘क्या तुम्हें याद है कि तुम दोनों ने पहली पार ओपनिंग कब की थी?’ धवन ने कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी में। यहां तक कि उससे पहले प्रैक्टिस मैच में भी हमने साथ ओपन नहीं किया था।’
रोहित ने कहा, ‘नहीं। सीधा मैच में, क्या कहानी थी यार वह। मैं इतना घबराया हुआ था, क्योंकि मैंने उससे पहले कभी ओपन नहीं किया था। ओपन किया था भारत में एक-दो मैच में किया था, लेकिन वह चैंपियंस ट्रॉफी थी, कितना बड़ा टूर्नामेंट था। पता नहीं, एमएस ने मुझे बोला, तू ओपन कर यार पहला मैच। मैंने कहा, ठीक है, चलो देखते हैं। उसने बोल दिया और मैंने हां भी बोल दिया। फिर कमरे में जाकर मैं सोच रहा था कि अरे मैंने क्या किया ये, ठीक किया कि नहीं?’
इस बीच धवन ने कहा, ‘और टॉस हुआ, मैं पूछ रहा था, ओपनिंग पार्टनर कौन है मेरा?’ रोहित ने कहा, ‘मेरे को विरोधी टीम के बारे में कुछ पता ही नहीं था, कि किसके साथ खेल रहे हैं, क्योंकि मुझे लगा था.. प्लेयर को एक आइडिया आ जाता है… कि वह मैच खेल रहा है या नहीं। मानसिक तौर पर आपको पता चल जाता है। अहसास हो जाता है अहसास। मैं खुद को तैयार कर रहा था कि मैं नहीं खेलने वाला हूं। मैं सोच रहा था कि मैं पूरा दिन क्या करूंगा। ट्रेनिंग करूंगा, ये करूंगा, वह करूंगा।’
रोहित ने कहा, ‘तो मुझे विपक्षी टीम कौन थी उससे फर्क ही नहीं पड़ रहा था उस समय तक। मुझे पता भी नहीं था कि हम साउथ अफ्रीका के साथ खेल रहे हैं। फिर रात को वह बम गिरा, कि भाई तू ओपन कर रहा है। घबराहट थी, मैंने इसको पूछा शिखर यार स्ट्राइक कौन लेता है, तू लेगा या मैं लूं? मतलब क्या है? इसने बोला कि नहीं मैं नहीं लेता हूं, तू ले। मैंने बोला, भाई मैं पहला मैच खेल रहा हूं। मैं ओपनर भी नहीं हूं, तू ले। इसने बोला कि मैं कभी नहीं लेता हूं।’
रोहित ने आगे बताया, ‘मैंने सोचा चल ठीक है, क्या होगा? ज्यादा से ज्यादा आउट हो जाऊंगा ना। चल ठीक है। हम लोग गए। हमने सीधा 100 की पार्टनरशिप बना दी। हमने करीब 330 रन बनाए थे। हम वह मैच जीत गए थे।’ इसके बाद शिखर धवन ने कहा, ‘वह भी क्या टूर्नामेंट था। प्रैक्टिस मैच से लेकर सारे मैच हमने जीते थे। हम एक भी मैच नहीं हारे थे।’