मुंबई के तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी के साथ करीब एक दशक तक घरेलू क्रिकेट खेलने वाले भारतीय ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने एक इंटरव्यू में बताया है कि कुलकर्णी ने उनके बुरे वक्त में काफी मदद की है। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में शार्दुल ने बताया है कि मैंने उन्हें बचपन से खेलते हुए देखा है और अब जब उनका फर्स्ट क्लास करियर खत्म हो रहा है तो यह मेरे लिए इमोशनल मूमेंट है।

क्या बताया शार्दुल ने?

शार्दुल ने बताया कि उन्होंने मेरे जीवन में कई मौकों पर मदद की है। एक समय था जब मेरे पास जूते खरीदने के पैसे नहीं थे तब कुलकर्णी ने मुझे जूते खरीदकर दिए थे। उन्होंने मेरी बहुत मदद की है, निजी जीवन से लेकर करियर में उन्होंने मेरा साथ दिया है। बता दें कि धवल कुलकर्णी विदर्भ के खिलाफ अपना आखिरी फर्स्ट क्लास मैच खेल रहे हैं। उन्होंने पहली पारी में 3 विकेट भी ले लिए हैं।

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भारतीय ऑलराउंडर ने मुश्किल समय को किया याद

शार्दुल ठाकुर ने आगे कहा कि मैंने और धवल ने बहुत समय साथ बिताया था है। मैं अक्सर अपनी किट बैग के साथ पालघर से मुंबई तक ट्रेन में सफर करता था। मेरे लिए यह बिल्कुल आसान नहीं था, लेकिन इन परेशानियों ने मुझे धीरे-धीरे मजबूत बनाया। आज मुझे पता चलता है कि अगर वह कठिन परिस्थितियां नहीं नहीं होती तो मैं आज यहां नहीं होता। बता दें कि शार्दुल ठाकुर बल्ले से भी टीम इंडिया के लिए कई अहम पारियां खेल चुके हैं।

शार्दुल ने सेमीफाइनल में लगाया था शतक

बता दें कि मुंबई की टीम रणजी ट्रॉफी का फाइनल विदर्भ के खिलाफ खेल रही है। मुंबई के फाइनल में पहुंचने में शार्दुल ठाकुर का अहम योगदान रहा है। उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में तमिलनाडु के खिलाफ शतक लगाकर मुंबई को फाइनल तक पहुंचाया था। फाइनल में भी शार्दुल ने विदर्भ के खिलाफ 75 रन की पारी खेली।