टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा को भूलने की आदत है। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने एक बार ब्रेक फास्ट विद चैंपियंस शो पर बताया था कि रोहित होटल के कमरों और फलाइट्स में कभी मोबाइल फोन से आईपैड तक भूल चुके हैं। एक बार तो उन्होंने होटल के कमरे में वेडिंग रिंग छोड़ दी थी। उन्होंने इसका खुलासा खुद किया था। उनकी ही तरह विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को भी भूलने की आदत है। इसके चलते टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ जो भी बात कहते उसे वह नोटबुक में नोट कर लेते थे। राजस्थान रॉयल्स (RR) के कप्तान ने खुद ब्रेक फास्ट विद चैंपियंस शो पर इसके बार में बताया।
संजू सैमसन ने अपने क्रिकेट करियर में काफी उतार-चढ़ावों को देखा है। 19 साल की उम्र में इंडियन क्रिकेट टीम में डेब्यू करने से लेकर, पांच साल बाद वापसी करने से लेकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल के कप्तान बनने तक, विकेटकीपर बल्लेबाज संजू ने अपने करियर को लेकर ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो पर गौरव कपूर से बातचीत की।
2021 सीजन से पहले सैमसन को अपना कप्तान नियुक्त करने के बाद राजस्थान ने आईपीएल 2022 मेगा ऑक्शन से पहले 14 करोड़ रुपये में अपने रिटेन किया। 27 वर्षीय क्रिकेटर ने इस दौरान बताया कि कैसे टीम इंडिया के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ ने उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा, “मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक मैंने ट्रायल के दौरान दो दिनों तक बल्लेबाजी की और अपने पूरे जीवन में इस तरह बल्लेबाजी नहीं की। हर शॉट मारने के बाद पीछे से आवाज आती, ‘शॉट संजू’ और यह मेरे लिए वाकई में जादू की तरहा था। ट्रायल से पहले उन्होंने मुझसे कहा कि आप घरेलू सर्किट में अच्छा कर रहे हैं, आपको देखकर बहुत उत्साहित हैं।”
संजू के जीवन में सबसे बड़े पलो में से एक राहुल द्रविड़ के साथ अपने पहलेआईपीएल सीजन में रॉयल्स के लिए बल्लेबाजी करना था। उन्होंने कहा, ” सीजन में अपने पहले या दूसरे मैच में मैं वन डाउन आया था और राहुल सर ओपनर थे। मुझे पता था कि मेरे पास हिट करने का लाइसेंस है और पहली ही गेंद पर हुक लगाया, जो चार के लिए चला गया। तभी राहुल सर आए और बोले, संजू अपना समय ले लो एक दो गेंद और देखो तुम क्या कर सकते हो। अगली गेंद पर मैंने फिर से बाउंसर पर चौका लगाया और फिर उन्होंने कहा ऐसे ही खेलते रहो।”
2016 में जब राहुल द्रविड मेंटर के रूप में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) में गए, तो इस स्टाइलिश बल्लेबाज को फ्रेंचाइजी ने खरीदा। संजू ने इसके लेकर कहा, “फिर दो साल बाद हम दिल्ली डेयरडेविल्स में चले गए, वह टीम के कोच थे। मेरे साथ करुण नायर, श्रेयस अय्यर, मयंक अग्रवाल और ऋषभ पंत मौजूद थे। उन्होंने हम सभी से कहा कि आप भारतीय टीम के लिए खेलेंगे, जो हर युवा के लिए खास था। मैंने उनके साथ बिताए उन तीन से चार वर्षों के दौरान सब कुछ लिखकर रखा है। मेरी नोटबुक में अभी भी सब कुछ लिखा हुआ है। उनसे बात करने के बाद, मैं अपने कमरे में वापस चला जाता और वह जो कहते थे वह तुरंत लिख लेता था। क्योंकि मैं थोड़ा भूलता भी हूं।”