पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक के भतीजे मोहम्मद हुराइरा ने सोमवार को इतिहास रच दिया है। उन्होंने कायदे आजम ट्रॉफी के एक मुकाबले में बलोचिस्तान के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा है। इसी के साथ वे कायदे आजम ट्रॉफी में तिहरा शतक जड़ने वाले पाकिस्तान के दूसरे सबसे युवा क्रिकेटर बन गए हैं।
मोहम्मद हुराइरा ने 19 साल और 239 दिन की उम्र में तिहरा शतक ठोककर नया कारनामा कर दिखाया है। इससे पहले पाकिस्तानी दिग्गज जावेद मियांदाद ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तिहरा शतक 17 साल और 310 दिन की उम्र में जमाया था। वे भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के पति और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के भतीजे हैं।
आपको बता दें कि हुराइरा पहली बार प्रथम श्रेणी सत्र खेल रहे हैं जिन्होंने 19 साल 239 दिन की उम्र में तिहरा शतक जड़ा। वह पाकिस्तान के प्रथम श्रेणी इतिहास में 300 के पार पहुंचने वाले दूसरे और कुल आठवें क्रिकेटर बन गए। इसके अलावा पाकिस्तानी सरजमीं पर 300 के पार स्कोर बनाने वाले हुराइरा 22वें खिलाड़ी बन गए हैं।
विदेशी खिलाड़ियों में माइक बीयरली, मार्क टेलर और वीरेंद्र सहवाग यह कारनामा कर चुके हैं । हुराइरा ने बलोचिस्तान के खिलाफ नार्दर्न के लिये खेल रहे हुराइरा ने 341 गेंद में नाबाद 311 रन बनाए जिसमें 40 चौके और चार छक्के शामिल हैं । इस सीजन में ये उनका तीसरा शतक है।
जब सहवाग बन गए थे ‘मुल्तान के सुल्तान’
29 मार्च 2004 को पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेले जा रहे टेस्ट मैच में वीरेंद्र सहवाग ने इतिहास रच दिया था। उन्होंने इस मैच में 309 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। इसी पारी के बाद उनको उपाधि मिली थी मुल्तान के सुल्तान। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल सेंचुरी दर्ज हैं।
इसके बाद वे 29 मार्च 2008 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में भी 319 रनों की पारी खेलकर आउट हो गए थे। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज थे। उनके बाद वीरेंद्र सहवाग, ब्रायन लारा और क्रिस गेल ने अपने-अपने टेस्ट करियर में दो तीहरे शतक जड़े।