भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक सैफ चैंपियनशिप में एक मैच के प्रतिबंध के बाद मंगलवार 27 जून को कुवैत के खिलाफ मैच में ‘डगआउट’ में दिखाई देंगे। सैफ चैंपियनशिप के शुरुआती मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में इगोर स्टिमक को लाल कार्ड(Red Card) दिखाया गया था। इस कारण उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा था।

दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ) के महासचिव अनवारुल हक ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि इगोर स्टिमक का अपराध इतना गंभीर नहीं था कि उन पर एक से ज्यादा मैच का प्रतिबंध लगे और इसे आगे की कार्रवाई के लिए सैफ की अनुशासनात्मक समिति को नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने गुरुवार 22 जून 2023 को ढाका से कहा, ‘उन पर (इगोर स्टिमक) एक मैच का प्रतिबंध लगेगा, इससे ज्यादा नहीं।’

अनुशासनात्मक समिति को नहीं भेजा जाएगा इगोर स्टिमक का मामला: दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ

अनवारुल हक ने कहा कि रेफरी और मैच आयुक्त की रिपोर्ट में मैच के दौरान हुई इस घटना का जिक्र किया गया था, जिसमें इगोर स्टिमक को खेल के मैदान से बाहर कर दिया गया था लेकिन इसे सैफ अनुशासनात्मक समिति के पास नहीं भेजा जाएगा। हक ने कहा, ‘यह (उल्लंघन) इतना गंभीर नहीं था कि इसे अनुशासनात्मक समिति को (कड़ी सजा के लिए) भेजा जाए।’ किसी खिलाड़ी या कोच को लाल कार्ड दिखाने से आमतौर पर एक मैच का प्रतिबंध लगाता है, लेकिन उल्लंघन गंभीर हो तो इसमें सजा चार मैच के निलंबन तक पहुंच सकती है।

बेहद अनुभवी कोच और 1998 फीफा विश्व कप में कांस्य पदक जीतने वाली क्रोएशियाई टीम का हिस्सा रहे इगोर स्टिमक ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में तब हस्तक्षेप किया जब विपक्षी टीम के खिलाड़ी अब्दुल्ला इकबाल थ्रो-इन करने के लिए तैयार थे। उन्होंने खिलाड़ी से गेंद खींचने की कोशिश की। इसके बाद कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ-साथ उनके कोचिंग स्टाफ ने भी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की थी।