भारतीय फुटबॉल टीम ने मंगलवार को सैफ चैंपियनशिप का खिताब जीता। भारत नौंवीं बार यह खिताब जीतने में कामयाब रहा। मेजबान भारत ने फाइनल में कुवैत को पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से हराया। जीत के स्टेडियम में वंदे मातरम गूंजने लगा। टीम इंडिया को जब ट्रॉफी लेने के लिए बुलाया गया तो भारतीय मिडफील्डर जिकसन सिंह पर सबकी नजर गई। जब वह मेडल लेने पहुंचे तो उन्होंने कंधे पर सात रंगो का झंड़ा पहना हुआ था।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिकसन सिंह की तस्वीर

जैसे ही सोशल मीडिया पर जिकसन सिंह की झंडे के साथ तस्वीर वायरल हुई फैंस ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। जिकसन सिंह ने जो झंडा पहना हुआ था वह मेतेई ग्रुप का है जिन्हें मणिपुर में हिंसा की वजह माना जा रहा है। फैंस ने जिकसन को मैदान पर ऐसा करने के लिए ट्रोल किया। कुछ ने उन्हें देश द्रोही तक कहा।

जिकसन सिंह ने दी सफाई

मामला बिगड़ता देख जिकसन सिंह ने अपने कदम के पीछे की वजह बताई। उन्होंने अपनी टीम की तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा, ‘ डियर फैंस, मैं झंडे के साथ जश्न मनाकर किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था। मेरा इरादा गृह राज्य के मुद्दों की ओर ध्यान दिलाना था। यह जीत सभी भारतीयों को समर्पित है। मुझे उम्मीद है कि मेरे गृह राज्य मणिपुर में शांति लौटेगी। स्टेडियम आकर टीम का समर्थन करने के लिए फैंस को धन्यवाद!’

मणिपुर में है तनाव का माहौल

जिकसन के अलावा टीम में शामिल महेश और उदांता सिंह भी मणिपुर से ताल्लुक रखते हैं। सैफ चैंपियनशिप जीतने में तीनों का ही अहम रोल रहा था। जैक्सन ने “इंडिया” और “एसएएफएफ चैंपियनशिप 2023” के अलावा हैशटैग “सेव मणिपुर” और “पीस एंड लव” के साथ ट्वीट किया। मणिपुर में पिछले दो महीने से अधिक समय से अशांति फैली हुई है, जिसमें 120 से अधिक लोग मारे गए हैं और 300 से अधिक घायल हुए हैं, जबकि हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।