सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने युवा खिलाड़ियों को सलाह दी है कि भारत (India) के लिए खेलने को उन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए, यह बहुत बड़ा सम्मान (Honour) है और लाखों लोग आपकी जगह होने की इच्छा रखते हैं। सचिन तेंदुलकर ने इंफोसिस (Infosys) के एक कार्यक्रम के दौरान ऑस्ट्रेलिया सीरीज (India vs Australia Series) का एक किस्सा सुनाते हुए यह बात कही।

सचिन ने बताया कि अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कैसे उन्होंने एक जूनियर खिलाड़ी को सख्त चेतावनी दी थी। सचिन ने उस जूनियर खिलाड़ी से यह तक कह दिया था कि अगर दोबारा तुमने गलती की तो तुम्हें होटल रूम नहीं, सीधा भारत भेज दूंगा।

इंफोसिस के कार्यक्रम में सचिन तेंदुलकर ने शेयर की दिलचस्प कहानी (Sachin Tendulkar Shared Interesting Story At Infosys Event)

सचिन तेंदुलकर को 1990 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला। हालांकि, वह भारत के कप्तान के रूप में बहुत सफल नहीं रहे। सचिन ने कार्यक्रम में टीम इंडिया के एक युवा खिलाड़ी के बारे में दिलचस्प कहानी शेयर की। सचिन तेंदुलकर ऑट्रेलिया दौरे पर उस युवा खिलाड़ी के व्यवहार से परेशान हो गए थे।

सचिन तेंदुलकर ने बताया, ‘हम ऑस्ट्रेलिया (Australia) के दौरे पर गए हुए थे। मैं टीम का कप्तान था। टीम इंडिया (Team India) में कई जूनियर खिलाड़ी भी थे। उनमें से एक का वह पहला दौरा था। वह बहक गया। वह भीड़ के साथ खेल रहा था और जहां सिंगल होना चाहिए था, उसने दो रन दिए। इसलिए ओवर होने के बाद मैंने उसे अपने पास बुलाया।’

होटल नहीं, मैं तुम्हारा सीधा भारत का टिकट कटवाऊंगा; सचिन तेंदुलकर ने जूनियर खिलाड़ी को दी थी चेतावनी (Not Hotel, I Will Get You To India; Sachin Tendulkar Warned Junior player)

सचिन तेंदुलकर ने खुलासा (Reveal) करते हुए कहा, ‘मैंने अपना हाथ उसके कंधे पर रखा। कोई नहीं जानता था कि मैं उससे क्या कह रहा था, लेकिन वह जानता था कि वह दोबारा ऐसा हरकत नहीं कर सकता, क्योंकि मैंने उससे कहा था- अगर तुमने दोबारा ऐसा किया तो मैं तुम्हें वापस घर भेज दूंगा। यह नहीं समझना कि आप होटल जाएंगे, आप भारत लौटेंगे।’

सचिन तेंदुलकर ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘इसलिए जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो कोई भी समझौता (Compromise) नहीं किया जाता है। भारत के लिए खेलना बहुत बड़ा सम्मान है। लाखों लोग आपके स्थान पर होने के इच्छुक हैं। इसे हल्के में नहीं लें।’

बतौर कप्तान सफल नहीं रहे सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar Was Not Success As A Captain)

सचिन तेंदुलकर ने 25 टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम की अगुआई की। इनमें से टीम इंडिया ने चार जीते और नौ हारे, जबकि 12 मैच ड्रॉ रहे। सचिन तेंदुलकर ने 73 एकदिवसीय मैचों में भी भारत की कप्तानी की, लेकिन उनकी जीत का प्रतिशत 31 ही रहा।