सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बीच दोस्ती और साझेदारी क्रिकेट इतिहास में मशहूर है। दोनों दिग्गज भारतीय क्रिकेट के स्तंभ हैं। मैदान और मैदान के बाहर उनकी दोस्ती ने खेल पर एक अमिट छाप छोड़ी है। अलग-अलग व्यक्तित्व के बावजूद, दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के कौशल और टीम में योगदान का बहुत सम्मान करते हैं। सौरव अपनी कप्तानी के दौरान निरंतर समर्थन देने के लिए अक्सर सचिन को श्रेय देते हैं।
जब सौरव को कप्तान के रूप में चुनौतियों का सामना करना पड़ा, तो सचिन उनके साथ खड़े रहे तथा नैतिक और नीतिगत दोनों तरह से उनका समर्थन किया। इसी तरह, सौरव गांगुली ने हमेशा सचिन की रणनीतिक अंतर्दृष्टि को स्वीकार किया और उन्हें ‘टीम का थिंक टैंक’ बताया। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के बीच की ‘लड़ाइयां’ क्रिकेट की कहानियों में अंकित हैं। विपरीत शैलियों के साथ, भारतीय जोड़ी ने अक्सर हाई-वोल्टेज मुकाबलों में शोएब अख्तर की तेज गति और आक्रामकता का सामना किया।
जब सचिन और सौरव शोएब के खिलाफ एक साथ बल्लेबाजी करते थे, तो वे अक्सर स्ट्राइक रोटेट करके और जवाबी हमला करके उनके खतरे को बेअसर कर देते थे। उनके बाएं-दाएं संयोजन ने शोएब को लगातार अपनी लाइन और लेंथ को समायोजित करने के लिए मजबूर किया। यही वजह थी कि इस दिग्गज जोड़ी के सामने शोएब अख्तर अन्य बल्लेबाजों के खिलाफ जितना प्रभावी नहीं हो पाए।
इंस्टाग्राम पर एक वायरल वीडियो में सौरव गांगुली से होस्ट पूछते हैं कि वह किस व्यक्ति का सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। सौरव गांगुली ने सचिन तेंदुलकर का नाम लिया। सौरव गांगुली ने कहा, ‘सचिन। वह खास हैं। मैंने उन्हें करीब से देखा है। मैंने उन्हें शोएब (अख्तर) की गेंद से पसलियों में चोट खाते देखा है…, लेकिन उन्होंने शोर नहीं मचाया, रन बनाए। अगली सुबह उन्हें डबल फ्रैक्चर निकला।’
सौरव गांगुली अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं, ‘मैंने एक आवाज सुनी और मैं उनके पास गया और उनसे पूछा- तुम ठीक हो?’ उन्होंने कहा- हां! ठीक हूं। अगली सुबह उन्हें दो फ्रैक्चर हो गए और उन्होंने भारत के लिए रन बनाए, यह खासियत है उनकी।’
सौरव गांगुली के कप्तान रहते हुए सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेलीं। साल 2003 के विश्व कप में सौरव गांगुली की अगुआई में भारत ने फाइनल खेला, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। उसी टूर्नामेंट में ‘मास्टर ब्लास्टर’ सचिन 673 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे।