धर्मशाला में नीदरलैंड्स के हाथों दक्षिण अफ्रीका की हार के बाद टेम्बा बावुमा की कप्तानी पर सवाल उठे। विश्व कप 2023 में मंगलवार 17 अक्टूबर को नीदरलैंड्स के मुकाबले अधिकतर शक्तिशाली मानी जाने वाली साउथ अफ्रीकी टीम को 38 रन से हार का सामना करना पड़ा। इससे साउथ अफ्रीका का विजय रथ रुक गया।

साउथ अफ्रीकी टीम के कप्तान टेम्बा बावुमा के अनुसार, टीम के लिए सबसे बड़ी बात यह थी कि पहली पारी में उनके पास पिच पर डच बल्लेबाज थे, लेकिन उन्होंने अपनी पकड़ ढीली कर दी थी।

टेम्बा बावुमा ने मैच के बाद कहा था, “नीदरलैंड्स के बल्लेबाजों के 6 विकेट पर 112 रन होने के बाद, हमें उन्हें 200 के पार नहीं जाने देना चाहिए था।” हालांकि, कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स के नाबाद अर्धशतक और आर्यन दत्त के 9 गेंद में नाबाद 23 रन की पारी की मदद से नीदरलैंड्स 43 ओवर में 8 विकेट पर 245 रन बनाने में सफल रहा।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम 42.5 ओवर में 207 रन ही बना पाई। हार के बाद टेम्बा बावुमा को पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा।

वसीम अकरम ने ए स्पोर्ट्स पर एक पैनल शो में कहा, “दक्षिण अफ्रीका के कप्तान… पहले चार ओवर्स में जहां आपको कम से कम छह रन प्रति ओवर की जरुरत थी, वह बैकफुट पर खेल रहे थे। वह भी तब जब एक ऑफ स्पिनर (आर्यन दत्त) गेंदबाजी कर रहा था!”

साउथ अफ्रीका को पहली गेंद से बड़ी हिट लगानी चाहिए थी: शोएब मलिक

शोएब मलिक ने कहा, “सर्कल के बाहर सिर्फ दो फील्डर थे, इसलिए उन्हें पहली गेंद से ही गेंदबाजों पर प्रहार करना शुरू कर देना चाहिए था।” शोएब मलिक ने यह भी कहा, “जब टीम गेंदबाजी कर रही हो तो एक कप्तान की जिम्मेदारी सिर्फ फील्डिंग सेट करना ही नहीं होती है!”

ऑफ स्पिनर आर्यन दत्त के खिलाफ प्रोटियाज बल्लेबाजों द्वारा दिखाए गए संयम से उत्साहित होकर, डच थिंक टैंक चौथे ओवर में ही कॉलिन एकरमैन को आक्रमण में ले आया। दोनों स्पिनर्स ने मिलकर गेंदबाजी की और 8 ओवर में सिर्फ 35 रन दिए और एक विकेट भी निकाला।

टेम्बा बावुमा को मारने चाहिए थे आगे बढ़कर दो चौके: मिस्बाह उल हक

मिस्बाह-उल-हक ने कहा, “ऑफ स्पिनर शुरू से ही अटैक में था, क्योंकि डच (नीदरलैंड्स की टीम) बाएं हाथ के क्विंटन डिकॉक को निशाना बना रहे थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज (टेम्बा बावुमा) का काम ऑफ स्पिनर को स्थिर नहीं होने देना था। आगे बढ़कर दो चौके मारते और स्कॉट एडवर्ड्स उसे आक्रमण से हटा देते। यह उन्हें बैकफुट पर धकेल देता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, इसीलिए वे एकरमैन को लाए। दाएं हाथ के खिलाड़ी ने नीदरलैंड्स की टीम को खुद ही अपने ऊपर हावी होने दिया।”