IND vs AUS Boxing Day Test Match: टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि भारत को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ मैदान पर उतरने की जरूरत है। अगर भारत एक अतिरिक्त गेंदबाज के साथ उतरता है तो फिर उसे एक बल्लेबाज कम करना होगा। इस टेस्ट सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अच्छी लय में हैं, लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया के लिए गेंदबाजी बड़ी चिंता बनी हुई है।

सही प्लेइंग इलेवन नहीं खोज पा रहा- पुजारा

इस टेस्ट सीरीज में अब तक बुमराह ने 10.90 की शानदार औसत से 21 विकेट लेकर बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें ज्यादा सहयोग नहीं मिल पा रहा है। पुजारा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि बुमराह के साथ-साथ भारत को तेज गेंदबाजी यूनिट को मजबूत करने के लिए हर्षित राणा या प्रसिद्ध कृष्णा को टीम में लाने पर विचार करना चाहिए।

पुजारा ने क कि मुझे लगता है कि गेंदबाजी लाइनअप ऐसी चीज है जिस पर भारत को काम करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि बुमराह, सिराज और आकाशदीप अच्छा काम कर रहे हैं। जडेजा और नीतीश दोनों ने बल्ले से अच्छा योगदान दिया है, लेकिन हमारे पास एक गेंदबाज की कमी है और भारत को अगर संभव हो तो एक और गेंदबाज को शामिल करना होगा और शायद एक बल्लेबाज को कम करने की कोशिश करनी होगी, मुझे नहीं पता। मैं इस समय सही प्लेइंग 11 नहीं ढूंढ पा रहा हूं क्योंकि मुझे अगले टेस्ट मैच में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं दिख रहे हैं।

ब्रिसबेन टेस्ट के बाद रविचंद्रन अश्विन के अचानक संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम का स्पिन डिपार्टमेंट कमजोर नजर आ रहा है। हालांकि टीम में रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को रूप में दो स्पिनर मौजूद हैं, लेकिन मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर ये दोनों ज्यादा प्रभावी नहीं होंगे क्योंकि यहां तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिच होगी। हालांकि तनुष कोटियान के आने से गेंदबाजी डिपार्टमेंट मजबूत जरूर हुआ है, लेकिन मेलबर्न में उनका खेलना मुश्किल है।

जडेजा के साथ पार्ट-टाइम पांचवें गेंदबाज और फॉर्म में चल रहे नितीश कुमार रेड्डी बल्ले से प्रभावी रहे हैं और उनके होने के बाद टीम में एक अन्य तेज गेंदबाज को शामिल किया जाए ऐसा संभव नहीं दिखता है। पुजारा ने टीम इंडिया की इस दुविधा के बारे में बात करते हुए कहगा कि भारत और अपनी बैटिंग लाइनअप मजबूत बनाए रखने और गेंदबाजी की कमजोरियों को दूर करने के बीच में संतुलन बनाना चाहिए।