न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज रॉस टेलर ने दोबारा क्रिकेट मैदान पर लौटने का फैसला किया है। हालांकि, इस बार वह ब्लैककैप्स (न्यूजीलैंड क्रिकेट की पुरुष टीम) के लिए नहीं, बल्कि अपनी मां के देश सामोआ का प्रतिनिधित्व करेंगे। रॉस टेलर ने सोशल मीडिया के जरिये खुद यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ क्रिकेट में वापसी नहीं, बल्कि अपनी जड़ों, संस्कृति, गांव और परिवार का प्रतिनिधित्व करने का गर्व है।

सामोआ के लिए कैसे खुला खेलने का रास्ता?

रॉस टेलर की मां नाओउपू लोटे-टेलर सामोआ की रहने वाली हैं। इसी वजह से उन्हें वहां की टीम के लिए खेलने की पात्रता मिली। आईसीसी के नियमों के मुताबिक, किसी खिलाड़ी को एक देश से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद दूसरे देश के लिए खेलने हेतु तीन साल का ब्रेक लेना होता है। रॉस टेलर ने न्यूजीलैंड के लिए आखिरी मैच अप्रैल 2022 में खेला था। तीन साल की अवधि पूरी होने के बाद वह सामोआ की टीम में शामिल हो गए हैं।

शानदार रहा रॉस टेलर का करियर

रॉस टेलर ने न्यूजीलैंड के लिए कुल 450 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। इस दौरान 18,199 रन बनाए। रॉस टेलर ने 112 टेस्ट में 7683 रन, 236 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 8607 रन और 102 टी20 इंटरनेशनल में 1909 रन बनाए हैं। उनके नाम 19 टेस्ट और 21 वनडे इंटरनेशनल शतक भी शामिल हैं। उन्होंने 192 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले, जिसमें 12369 रन बनाए। वहीं, 317 लिस्ट ए मुकाबलों में 11395 रन और 298 टी20 मैचों में 6559 रन बनाए।

रॉस टेलर न्यूजीलैंड के सबसे सफल बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। वह जून 2021 में न्यूजीलैंड टीम का हिस्सा थे, जिसने भारत को हराकर पहली आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती थी। अगर उनके समूचे करियर की बात करें, तो रॉस टेलर ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट मिलाकर 30,323 रन बनाए हैं, जिसमें 54 शतक शामिल हैं। अब देखना होगा कि यह दिग्गज बल्लेबाज अपनी दूसरी पारी में सामोआ क्रिकेट को कहां तक ले जाता है।

सामोआ की राह

सामोआ टीम आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप एशिया-ईस्ट एशिया पैसेफिक क्वालिफायर में हिस्सा लेगी। यह टूर्नामेंट उनके लिए अगले साल होने वाले पुरुष टी20 विश्व कप में पहुंचने का अंतिम चरण है। सामोआ अपना अभियान 8 अक्टूबर से ओमान में शुरू करेगा और अपने ग्रुप में ओमान और पापुआ न्यू गिनी से भिड़ेगा।

रॉस टेलर का निजी जीवन

रॉस टेलर का जन्म 8 मार्च 1984 को न्यूजीलैंड के लोअर हट में हुआ। उनके पिता नील टेलर मास्टरटन (न्यूजीलैंड के ग्रेटर वेलिंगटन रीजन स्थित शहर) से हैं, जबकि उनकी मां सामोआ के उपोलू द्वीप के सालुआफाता गांव से हैं। रॉस टेलर को सामोआ की पारंपरिक उपाधि ‘लियाउपेपे’ भी मिली हुई है। बचपन में उन्होंने सामोआ के पारंपरिक खेल किलिकिटी भी खेले। फिर हॉकी से क्रिकेट की ओर रुख किया। उन्होंने वैरारापा कॉलेज और पामर्सटन नॉर्थ बॉयज हाई स्कूल से शिक्षा पाई। रॉस टेलर ने 2011 में विक्टोरिया से शादी की। दोनों के तीन बच्चे हैं।

वापसी को लेकर रॉस टेलर की भावनाएं

संन्यास से वापसी पर रॉस टेलर ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलूंगा। मुझे लगता था कि मेरी भूमिका कोचिंग तक ही सीमित रहेगी, लेकिन जब यह अवसर सामने आया, तो मैंने सोचा कि क्यों न मां के देश के लिए मैदान पर उतरकर योगदान दिया जाए।’ हालांकि उन्होंने यह भी माना कि लंबे ब्रेक के बाद फिटनेस और रफ्तार पाना आसान नहीं होगा।

रॉस टेलर ने कहा, ‘मैंने पिछले कुछ वर्षों में उतना क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया है। शरीर अब 41 का हो चुका है, लेकिन उम्मीद है कि उतना अच्छा जरूर रहेगा कि टीम को फायदा पहुंचा पाऊं।’ जब प्रीति जिंटा ने बदला ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का फैसला, संदीप शर्मा ने सुनाई दिल छू लेने वाली IPL की कहानी