Rohit Sharma on ODI Cricket : पिछले कुछ समय से वनडे क्रिकेट के भविष्य को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स के एकदिवसीय क्रिकेट छोड़ने का फैसले के बाद छीड़ी बहस कीवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट के केंद्रीय अनुबंध छोड़ने के बाद और तेज हो गई। कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों का मानना है कि दुनियाभर में टी20 लीग की बढ़ती लोकप्रियता और व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल के कारण एकदिवसीय मैचों की प्रासंगिकता खत्म हो जाएगी। वसीम अकरम और रवि शास्त्री जैसे दिग्गजों ने यह बात कही है, लेकिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ऐसा नहीं मानते हैं। उनके लिए खेल के तीनों प्रारूप समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
वनडे क्रिकेट के भविष्य को लेकर सवाल पर रोहित शर्मा ने कहा, ” मेरा नाम ही वनडे क्रिकेट से बना है। सब बेकार की बातें हैं। लोग पहले टेस्ट क्रिकेट को लेकर बातें करते थे। लोगों को बात करने के लिए चीजें नहीं मिल रही हैं। प्रारूप कोई भी हो मेरे लिए क्रिकेट महत्वपूर्ण है। मैं यह कभी नहीं कहूंगा कि वनडे खत्म हो रहा है या टी20 खत्म हो रहा है या टेस्ट खत्म होने वाला है।”
रोहित ने आगे कहा, “काश कोई और प्रारूप भी होता, क्योंकि मेरे लिए खेल खेलना सबसे महत्वपूर्ण है। बचपन से ही हमने भारत के लिए खेलने का सपना देखा था। जब भी हम एकदिवसीय मैच खेलते हैं तो स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं। उत्साह बना रहता है। किस प्रारूप में खेलना है या नहीं खेलना है यह व्यक्तिगत मामला है, लेकिन मेरे लिए तीनों प्रारूप महत्वपूर्ण हैं। ”
रोहित शर्मा ने नई लीगों और इनका अन्य देशों पर कैसा प्रभाव पड़ने को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि लोग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बजाय लीगों में खेलने के बारे में क्या सोच रहे हैं। दस और लीग होंगी, लेकिन आने वाले वर्षों में हमें पता चलेगा कि खिलाड़ी क्या पसंद करते हैं। अभी तक भारतीय क्रिकेट पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हम आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं।
रोहित ने आगे कहा, “लोगों को एक्सपोजर मिल रहा है और हमारा उद्देश्य बेंच स्ट्रेंथ बनाना है। इसलिए जिम्बाब्वे में बहुत सारे खिलाड़ी पहली बार दौरा कर रहे हैं। चाहे वह शाहबाज अहमद हों या राहुल त्रिपाठी उनके लिए यह एक अच्छा एक्सपोजर है। वे वास्तव में प्रतिभाशाली हैं और अवसर का लाभ उठाएंगे।”
