यह एक भावुक क्षण था जब रोहित शर्मा अपने माता-पिता से मिलने के लिए वानखेड़े स्टेडियम के प्रेसिडेंट बॉक्स में गए, उनकी मां ने इस खास पल में मौजूद रहने के लिए डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट छोड़ दिया था। सेल्फी के शौकीनों की भीड़ से घिरे होने के कारण रोहित शर्मा को उनसे (फैंस से) थोड़ी गोपनीयता की मांग करनी पड़ी क्योंकि वह लंबे समय के बाद अपने माता-पिता से मिल रहे थे।

रोहित शर्मा की मां पूर्णिमा के लिए, यह एक ऐसा पल था जिसे मिस नहीं किया जा सकता था। परिवार को इस दिन का इंतजार था। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने बेटे को देखने के लिए डॉक्टर के पास जाने से मना कर दिया।

पूर्णिमा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यह दिन देखूंगी। विश्व कप में जाने से पहले, वह हमसे मिलने आया था और कहा था कि वह इसके बाद टी20 इंटरनेशनल खेलना छोड़ देना चाहता है। मैंने बस इतना कहा कि जीतने की कोशिश करो। आज मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और डॉक्टर से अपॉइंटमेंट भी था, लेकिन मैं फिर भी आई क्योंकि मैं यह दिन देखना चाहती थी।”

T20 World Cup-winning Indian cricket team captain Rohit Sharma holding the championship trophy
टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा गुरुवार, 4 जुलाई, 2024 को मुंबई में ओपन बस विजय जुलूस (विक्ट्री परेड) के दौरान विजेता ट्रॉफी पकड़े प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार करते हुए। क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे भी दिखाई दे रहे हैं। (पीटीआई फोटो)

उन्होंने कहा, “मैं अपनी खुशी बयां नहीं कर सकती। जयकारे तो देखिए। मैंने इस तरह का माहौल पहले कभी नहीं देखा। उसे जो प्यार मिल रहा है, वह उसकी कड़ी मेहनत और समर्पण की वजह से है। मैं आज सबसे खुश मां हूं।”

जब रोहित शर्मा ने वानखेड़े स्टेडियम का चक्कर लगाया तो प्रेसिडेंट बॉक्स में पुरानी यादें ताजा हो गईं। पूर्व एमसीए सचिव पीवी शेट्टी ने स्पोर्ट्सलाइन सोसाइटी के हर निवासी को बुलाया था, जहां रोहित अपने शुरुआती वर्षों में पले-बढ़े थे।

उनके भाई विशाल ने कहा, “हम यहां आए क्योंकि सर (पीवी शेट्टी) ने कहा था कि हम सभी को जाना चाहिए। वह हम सभी को ले गए। मैं छोटा था जब मैंने रोहित को 2007 (ICC वर्ल्ड टी20) का खिताब जीतते देखा था, लेकिन यह जीत खास है। उन्हें मिली भारी जय-जयकार से पता चलता है कि मुंबई उनसे कितना प्यार करता है।”

दक्षिण अफ्रीका में 2007 के संस्करण से लौटने के बाद रोहित शर्मा ने जिस बस की सवारी की थी, उसे काफी समय हो गया है, लेकिन स्पोर्ट्सलाइन निवासियों के लिए यह वही रोहित शर्मा है। पीवी शेट्टी ने कहा, “उनके बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि वह नहीं बदले हैं। आज जिस तरह से उन्होंने सभी से मुलाकात की और तस्वीरें लीं, वह बिल्कुल पुराने दिनों की तरह था। वह वही पुराने रोहित हैं, न कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा।”

पूर्णिमा बहुत खुश थीं क्योंकि कई लोगों ने उनकी पहचान जानी और कुछ ने उनके साथ सेल्फी लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा, “अब मैं और क्या मांग सकती हूं! यह दिन जीवन में दोबारा नहीं आएगा। जब वह लैप ऑफ ऑनर में था तो वह एक भावुक क्षण था क्योंकि वह इस तरह के दिन के लिए खेल रहे था।”

बारबाडोस से लंबी उड़ान और गुरुवार सुबह भारत पहुंचने के बाद से व्यस्त कार्यक्रम ने खिलाड़ियों को थका दिया था, लेकिन भीड़ की ऊर्जा और जुनून ने रोहित शर्मा को बहुत प्रभावित किया। उनके स्वागत में “मुंबईचा राजा? रोहित शर्मा” के नारे गूंज रहे थे।