महेंद्र सिंह धोनी की जगह भारतीय टीम में विकेटकीपर के स्थान के लिए ऋद्धिमाना साहा और ऋषभ पंत के बीच होड़ लगी हुई है। धोनी ने 2014 में टेस्ट से संन्यास लिया था। उसके बाद से नियमित विकेटकीपर के रूप में साहा खेल रहे थे। पिछले दो सालों से पंत ने उन्हें कड़ी टक्कर दी है। हालांकि, साहा ने पंत से प्रतिद्वंद्विता से इनकार किया है। बंगाल के लिए घरेलू टूर्नामेंट में खेलने वाले इस विकेटकीपर के मुताबिक पंत के साथ उनकी जोड़ी अच्छी है।
मौजूदा समय में साहा टेस्ट में दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपर माने जाते हैं। उन्होंने कहा है कि वे अपने जूनियर साथी को बेहतर बनने में हमेशा सहयोग देते हैं। साहा ने कहा, ‘‘हम लगातार एक-दूसरे से मजाक करते रहते हैं। एक साथ ट्रेनिंग करते हैं और खेल के बारे में कई बातें करते हैं। वह हमेशा बेहतर प्रदर्शन करना चाहता है। मैंने उसके कुछ चीज बताए हैं। वह उसे ट्रेनिंग के दौरान ट्राई करेगा। यह एक दिन करने से नहीं हो जाएगा। अगर उसे लगता है कि वे चीजें उसके लिए काम करेंगी, तो वह ट्रेनिंग में में लागू करने की कोशिश करेगा।’’
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साहा को पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ नवंबर में पिंक टेस्ट के दौरान चोट लगी थी। उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था। हालांकि, वे प्लेइंग इलेवन में स्थान बनाने में सफल नहीं हुए थे। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 0-2 से हार गई थी। साहा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले दौरे तक 36 साल के हो जाएंगे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ मौका नहीं मिलने पर साहा ने कहा, ‘‘हर खिलाड़ी अगली सीरीज में खेलना चाहता है, लेकिन टीम पहले आती है। हम सभी भारत के लिए खेलते हैं। टीम एक बेस्ट कंबिनेशन चुनती है। हमें उसका सम्मान करना चाहिए। मैं पिछली सीरीज (बांग्लादेश के खिलाफ) में खेला था, लेकिन वह (पंत) नहीं खेला था। न्यूजीलैंड में मैं नहीं वह खेला। आमतौर पर हर खिलाड़ी सभी मुकाबलों में खेलना चाहता है, लेकिन टीम हमेशा पहले आती है।’’