रजत पाटीदार की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने इस सीजन में अब तक कमाल का खेल दिखाया है। टीम केवल एक ही मैच हारी है। उन्होंने पहले चेपक में चेन्नई को 17 साल बाद हराया वहीं फिर मुंबई को उसके घर पर 20 साल बाद मात दी। मुंबई इंडियंस के खिलाफ ऐतिहासिक जीत के बाद टीम के कप्तान को बीसीसीआई की तरफ से सजा मिली है।

रजत पाटीदार को मिली सजा

बीसीसीआई ने रजत पाटीदार को मुंबई के खिलाफ मैच में समय पर ओवर पूरे न करने के कारण सजा दी है। उन्होंने अपने जारी बयान में कहा, ‘रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार पर जुर्माना लगाया गया है क्योंकि उनकी टीम ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई में टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के मैच नंबर 21 के दौरान धीमी ओवर-रेट रखा। चूंकि यह आईपीएल की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 के तहत उनकी टीम का सीजन का पहला अपराध था, जो न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है, पाटीदार पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।

रजत पाटीदार ने बल्ले से भी निभाई अहम भूमिका

रजत पाटीदार ने मुंबई के खिलाफ जीत में बल्ले से भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 32 गेंदों में 64 रन की पारी खेली। इस पारी में पांच चौके और चार छक्के शामिल थे। इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। हालांकि उन्होंने इसका सारा श्रेय क्रुणाल पंड्या को दिया।

गेंदबाजों को दिया जीत का श्रेय

उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘यह वाकई एक बेहतरीन मैच था। गेंदबाजों ने जिस तरह से साहस दिखाया, वह कमाल का था। ईमानदारी से कहूं तो यह पुरस्कार गेंदबाजी इकाई को जाता है क्योंकि इस मैदान पर बल्लेबाजी इकाई को रोकना आसान नहीं है, इसलिए इसका श्रेय उन्हें जाता है। जिस तरह से तेज गेंदबाजों ने अपनी योजनाओं को अंजाम दिया वह शानदार था। क्रुणाल ने जिस तरह से गेंदबाजी की वह कमाल की थी। आखिरी ओवर में यह आसान नहीं था, मुझे लगता है कि जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी की और जो साहस दिखाया वह कमाल का है।’