स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम इंडिया के वर्ल्ड कप स्कवाड में वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली। अक्षर पटेल के चोटिल होने पर उन्हें रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम में शामिल किया गया। 37 साल के स्पिनर ने भारत-इंग्लैंड के बीच वॉर्म-अप मैच से पहले ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए भविष्य को लेकर संकेत दिए। उन्होंने कहा कि यह उनका आखिरी वर्ल्ड कप हो सकता है।

रविचंद्रन अश्विन 2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के हिस्सा नहीं थे। 2011 और 2015 में वह महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली टीम का हिस्सा थे। 2023 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम में पहले रविचंद्रन अश्विन को चुना नहीं गया था। फिर अक्षर के चोटिल होने के बाद उनको ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज में चुना गया था, तो यह स्पष्ट था कि टीम उन्हें वर्ल्ड कप में मौका देने के बारे में सोच रही है और अंत में ऐसा ही हुआ।

मेरा आखिरी विश्व कप हो सकता है

गुवाहाटी में भारत और इंग्लैंड के बीत वॉर्म-अप मैच से पहले दिनेश कार्तिक से बातचीत में अश्विन ने कहा, “मैं यह कहता रहा हूं, यह भारत के लिए मेरा आखिरी विश्व कप हो सकता है। ईमानदारी से कहूं तो मैं टीम में होने के बारे में नहीं सोच रहा था। पिछले चार-पांच वर्षों से खेल का आनंद लेना मेरा मुख्य उद्देश्य रहा है और मैं इस टूर्नामेंट में फिर से ऐसा करना चाहूंगा।”

टूर्नामेंट का आनंद लेना चाहता हूं

रविचंद्रन अश्विन ने कहा, “इस टूर्नामेंट में अधिकांश खिलाड़ियों पर दबाव है। मेरा मानना है कि अच्छी मानसिक स्थिति में रहना और खेल का आनंद लेने के लिए ट्रेनिंग मुझे अच्छा करने में मदद मिलेगी। टूर्नामेंट का आनंद लेना चाहता हूं। मुझें नहीं पता। मेरे लिए टूर्नामेंट का आनंद लेना अधिक महत्वपूर्ण है।”