असम के ऑलराउंडर रियान पराग ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक लगाकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने 2024 सीजन में अपनी टीम के पहले मैच में छत्तीसगढ़ के खिलाफ सिर्फ 56 गेंदों पर यह उपलब्धि हासिल की। रियान पराग की यह पारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। वह 11 चौके और 12 छक्के की मदद से 87 गेंद में 155 रन बनाकर आउट हुए।

रियान पराग का यह दूसरा प्रथम श्रेणी शतक है। इस फॉर्मेट में यह उनका सर्वोच्च स्कोर भी है। 22 साल के रियान पराग ने अब तक 26 मैच में 1583 रन बनाए हैं। इसमें 10 अर्द्धशतक भी शामिल हैं। इस दौरान उनका औसत 33 से ज्यादा का रहा। रियान पराग ने अपनी ऑफ-स्पिन के साथ 36.73 के औसत से 49 विकेट भी लिए हैं।

छत्तीसगढ़ के खिलाफ असम को था पारी की हार का खतरा

रणजी ट्रॉफी 2023-24 के ग्रुप बी में कप्तान रियान पराग ने अपनी ताबड़तोड़ पारी के दम पर असम को पारी की हार से भी बचाया। रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में 5 जनवरी 2024 को रियान पराग ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। पहले बल्लेबाजी करने उतरी छत्तीसगढ़ ने पहली पारी में 327 रन बनाए।

पहली पारी में 159 रन ही बना पाई थी असम की टीम

असम की पहली पारी 95 ओवर में महज 159 रन ही बना पाई। उसके 6 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए, जबकि छत्तीसगढ़ के सौरभ मजूमदार ने 25 ओवर में 41 रन देकर 5 विकेट चटकाए। इस तरह असम को फॉलोऑन खेलने को मिला। असम की दूसरी पारी की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। उसने उसने 21.1 ओवर में सिर्फ 78 रन पर 3 विकेट खो दिए थे।

असम के 7 बल्लेबाज नहीं छू पाए दहाई का आंकड़ा

इसके बाद रियान पराग बल्लेबाजी के लिए आए और उन्होंने अकेले बीड़ा उठाया और स्कोर को 51.3 ओवर में 9 विकेट पर 245 रन तक ले गए। उनके पवेलियन लौटते ही महज 9 रन का और इजाफा हुआ और टीम ऑलआउट हो गई। खास यह रहा कि रियान पराग के बाद जो भी बल्लेबाजी के लिए आया वह दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया, लेकिन कप्तान एक छोर संभाले रहे।

छत्तीसगढ़ ने 10 विकेट से जीता अपना पहला मैच

इस तरह छत्तीसगढ़ को जीत के लिए 87 रन का लक्ष्य मिला। छत्तीसगढ़ ने 20 ओवर में बिना विकेट खोए ही 87 रन बनाकर मैच जीत लिया। ओपनर एकनाथ केरकर 31 (63 गेंद, 6 चौके) और ऋषभ तिवारी 48 रन (59 गेंद, 8 चौके, एक छक्का) बनाकर नाबाद रहे।