रणजी ट्रॉफी 2023-24 में रेलवे क्रिकेट टीम ने सोमवार,19 फरवरी को अगरतला के एमबीबी स्टेडियम में अपने अंतिम लीग मैच में त्रिपुरा को हराकर इतिहास रच दिया। रेलवे ने रणजी इतिहास का सबसे सफल रन चेज किया। हालांकि, फिर भी वह नॉकआउट स्टेज में जनग बनाने में नाकाम रही। रेलवे की टीम पहली पारी में विपक्षी टीम के 149 रनों के जवाब में 105 रनों पर ढेर हो गई थी। त्रिपुरा को 44 रनों की बढ़त मिली थी। घरेलू टीम ने दूसरी पारी में 333 रन बनाकर रेलवे के सामने 378 रन का लक्ष्य रखा।

तीसरे दिन के सेकेंड हाफ में रेलवे ने लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया। रेलवे की शुरुआत खराब रही। उसका शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया और तीन विकेट पर 31 रन पर गिर गए। हालांकि, ओपनर बल्लेबाज प्रथम सिंह और मोहम्मद सैफ (106) ने चौथे विकेट के लिए 175 रन की साझेदारी की। इससे रेलवे को लक्ष्य का पीछा करने में मदद मिली।

रेलवे ने सौराष्ट्र का रिकॉर्ड तोड़ दिया

प्रथम ने 16 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 169 रन बनाए। कप्तान उपेन्द्र यादव 27 रन बनाकर नाबाद रहे। रेलवे ने 103 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। रेलवे ने सौराष्ट्र का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सौराष्ट्र की टीम 2019-20 में चैंपियन बनी थी। तब उसने उत्तर प्रदेश के खिलाफ 372 रन के लक्ष्य का पीछा किया था। 2008-09 सीजन में सर्विसेज के खिलाफ असम ने 370 रन का लक्ष्य हासिल किया था। वह सूची में तीसरे स्थान पर है।

रेलवे के सात राउंड के बाद एलीट ग्रुप सी में 24 अंक

रेलवे के सात राउंड के बाद एलीट ग्रुप सी में 24 अंक होंगे, लेकिन वह नॉकआउट में जगह बनाने से चूक जाएगा। कर्नाटक और तमिलनाडु की जगह पक्की है। गुजरात फिलहाल सात मैचों के बाद 25 अंकों के साथ पहले स्थान पर है। हार के बावजूद यह एलीट ग्रुप रणजी ट्रॉफी सीजन में त्रिपुरा का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। उसके 17 अंक हैं। टूर्नामेंट में उसने अपना 200वां मैच खेला।