दिल्ली रणजी टीम के चयन ने फिर डीडीसीए की कार्यप्रणाली पर अंगुली उठाई है। ऐसा लगता है जैसे दिल्ली टीम का चयन प्रदर्शन से ज्यादा प्रभाव के दम पर हो रहा है। टीम चयन के फैसले अब फिटनेस से नहीं, पसंद-नापसंद से तय होते दिख रहे हैं। रणजी सीजन शुरू होने से पहले ही विवाद का पहला पन्ना खुल चुका है।

टीम चुनी गई या ट्रॉयल कैंप?

रणजी ट्रॉफी के लिए चयनकर्ताओं ने 24 खिलाड़ियों को चुना है, लेकिन इनमें से नौ को ड्रेसिंग रूम शेयर करने की मंजूरी भी नहीं मिलेगी। वहीं, फिटनेस पर सवालों के बावजूद नितीश राणा को शामिल किया जाना नई बहस को जन्म दे रहा है। चयन नीति को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर टीम बनाई जा रही है या ट्रायल कैम्प?

डीडीसीए सचिव ने दी यह दलील

दो दर्जन खिलाड़ी चुनने के सवाल पर डीडीसीए सचिव अशोक शर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘चयनकर्ताओं ने 24 खिलाड़ियों को इसलिए चुना है, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे हर मैच में चयन के लिए एक बड़ा पूल हमेशा उपलब्ध रहता है। जब हम दिल्ली में घरेलू मैच खेलेंगे, तो हम इसे घटाकर 15 कर देंगे।’

ड्रेसिंग रूम में बैठ सकते हैं सिर्फ 15 खिलाड़ी

भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) केवल 15 खिलाड़ियों को ही ड्रेसिंग रूम में जाने की मंजूरी देता है। इस बारे में पूछे जाने पर डीडीसीए के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘मैच के लिए चुने गए 15 खिलाड़ियों के अलावा अन्य नौ खिलाड़ी चार दिन टीम होटल में बिताएंगे।‘

‘नितीश राणा लाल गेंद फॉर्मेट के लिए पूरी तरह फिट नहीं’

नितीश राणा की वापसी पर अशोक शर्मा ने बताया, ‘वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और चयनकर्ता उन्हें परखना चाहते थे। अगले मैच में हम ऋषभ पंत के खेलने की उम्मीद कर रहे हैं।‘ वहीं, डीडीसीए के एक पदाधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि नितीश राणा लाल गेंद के प्रारूप में खेलने के लिए पूरी तरह फिट नहीं हैं।

उस पदाधिकारी ने बताया, ‘नितीश राणा लाल गेंद से खेलने के लिए भी पूरी तरह फिट नहीं हैं, फिर भी उन्हें टीम में शामिल किया गया है।’ यह भी पता चला है कि कोचिंग स्टाफ या चयन समिति में से किसी को भी अनुबंध नहीं दिया गया है।

DDCA में अंदरूनी खींचतान?

टीम की घोषणा करने वाले बयान में चयन समिति के अध्यक्ष का नाम नहीं है, क्योंकि बीसीसीआई के एक पूर्व पदाधिकारी चाहते हैं कि सर्विसेज के पूर्व बल्लेबाज यशपाल सिंह को पैनल का अध्यक्ष बनाया जाए, जबकि डीडीसीए के मौजूदा पदाधिकारी केपी भास्कर के पक्ष में हैं। बैठक में चयनकर्ता यशपाल सिंह, के भास्कर पिल्लई और मनु नायर के साथ-साथ मुख्य कोच सरनदीप सिंह, सीएसी सदस्य सुरिंदर खन्ना और अशोक शर्मा (सचिव) और डीडीसीए के संयुक्त सचिव अमित ग्रोवर भी शामिल हुए।

रणजी ट्रॉफी के लिए चुनी गई दिल्ली की टीम

आयुष बदोनी (कप्तान), यश ढुल (उप-कप्तान), अर्पित राणा, सनत सांगवान, अनुज रावत (विकेटकीपर), सुमित माथुर, शिवम शर्मा, रौनक वाघेला, नवदीप सैनी, सिमरजीत सिंह, मनी ग्रेवाल, सिद्धांत शर्मा, ध्रुव कौशिक, प्रणव राजवंशी (विकेटकीपर), नितीश राणा, हिम्मत सिंह, आयुष दोसेजा, राहुल डागर, रितिक शौकीन, प्रियांश आर्या, तेजस्वी (विकेटकीपर), वैभव कांडपाल, रोहन राणा, आर्यन राणा (फिटनेस हासिल करने पर)।