भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद श्रेयस अय्यर रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में खेलने को तैयार हैं। मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उनका समर्थन किया है। उन्होंन कहा कि श्रेयस जब भी खेले हैं मुंबई के लिए शानदार योगदान दिया है। वह अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्हें उत्साहवर्धन और सलाह देने की जरूरत नहीं है। श्रेयस अय्यर ने पीठ दर्द की शिकायत करके मुंबई के लिए रणजी क्वार्टर फाइनल में नहीं खेले थे।
अजिंक्य रहाणे ने तमिलनाडु के खिलाफ रणजी सेमीफाइनल से पहले श्रेयस अय्यर को लेकर कहा, ” वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। वह जब भी मुंबई के खेले हैं उनका योगदान अद्भुत रहा है। हम सेमीफाइनल के लिए उन्हें अपनी टीम में पाकर रोमांचित हैं। मुझे नहीं लगता कि उन्हें किसी प्रोत्साहन या सलाह की जरूरत है। उन्होंने हमेशा मुंबई के लिए बल्ले से योगदान दिया है और ड्रेसिंग रूम में अन्य खिलाड़ियों के साथ रहने से भी टीम को मदद मिलेगी।”
बीसीसीआई ने उठाा अभूतपूर्व कदम
बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट को हल्के में ले रहे भारतीय खिलाड़ियों को कड़ा संदेश देने को लिए बुधवार, 28 फरवरी को एक अभूतपूर्व कदम उठाया। बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर और इशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया। माना जा रहा है कि 2023 में सभी प्रारूपों में भारतीय टीम का अभिन्न अंग रहे दोनों खिलाड़ियों को बाहर करने का फैसला चयनकर्ताओं की सिफारिश के बाद सचिव जय शाह ने लिया था। हार्दिक पंड्या, एक अन्य खिलाड़ी हैं ,जिन्होंने विश्व कप के बाद से कोई क्रिकेट नहीं खेला हैं। वह टखने की चोट से उबर रहे थे और ग्रेड ए में बरकरार हैं।
दोनों खिलाड़ियों के लिए केंद्रीय अनुबंध से बाहर होना बड़ा झटका
तीन महीने बाद टी20 विश्व कप खेला जाना है और दोनों खिलाड़ियों के लिए केंद्रीय अनुबंध से बाहर होना बड़ा झटका है। इन दोनों के अमेरिका और कैरेबियन में होने वाले टूर्नामेंट में जगह बनाने की संभावना कम है। इसका असर राष्ट्रीय टीम के साथ उनके भविष्य पर पड़ सकता है। कॉन्ट्रैक्ट से बाहर करने का कदम ऐसे समय पर आई है जब दोनों खिलाड़ी भारतीय टीम के योजनाओं का हिस्सा थे। खासकर व्हाइट बॉल क्रिकेट में।