वर्ल्ड कप 2023 ही नहीं राहुल द्रविड़ के कोचिंग कार्यकाल का भी आखिरी दिन 19 नवंबर था। पिछले 2 साल से वह इस पद पर थे और आखिरी डेढ़ महीने काफी जबरदस्त रहे। चैंपियन नहीं बन पाई टीम इंडिया पूरे टूर्नामेंट में चैंपियन की तरह खेली। अफसोस नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रविवार को ऑस्ट्रेलिया को नहीं हरा पाई। खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर राहुल द्रविड़ का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना अधूरा रह गया था। कोच के तौर पर भी ऐसा ही हुआ।
रोहित शर्मा और विराट कोहली समेत टीम इंडिया के खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप न जीत पाने का मलाल होगा, लेकिन नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार ने राहुल द्रविड़ को 20 साल पीछे पहुंचा दिया होगा। 2003 में द्रविड़ टीम इंडिया के उपकप्तान थे। भारतीय क्रिकेट की सफलता में उनका बड़ा योगदान था। तब ऑस्ट्रेलिया ने ही हराया था। 2007 में द्रविड़ टीम के कप्तान थे और यह भारत के लिए भुला देने वाला वर्ल्ड कप रहा।
राहुल द्रविड़ का कोचिंग कार्यकाल
राहुल द्रविड़ के कोचिंग कार्यकाल की बात करें तो एशिया कप 2023 और वर्ल्ड कप 2023 को छोड़कर मल्टी नेशन टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। एशिया कप 2023 में टीम चैंपियन बनी। इसके अलावा वह 2022 में टी20 फॉर्मेट में एशिया कप में फाइनल तक नहीं पहुंच पाई। टी20 वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंचने में असफल रही। इसी साल जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हारी। ऑस्ट्रेलिया ने ही हराया था।
राहुल द्रविड़ आलोचकों के निशाने पर रहे
एशिया कप से पहले टीम इंडिया की हालत ऐसी थी कि राहुल द्रविड़ आलोचकों के निशाने पर रहे। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के चयन को लेकर उन पर निशाना साधा गया। मेन इन ब्लू को वर्ल्ड कप के लिए फेवरेट नहीं माना जा रहा था। इसका बाद कहानी पलटी। टीम इंडिया अलग ही क्रिकेट खेलती दिखी।
राहुल द्रविड़ का चैंपियन बनने का सपना अधूरा रह गया
एशिया कप में टीम इंडिया बेहतरीन क्रिकेट खेली। न सिर्फ चैंपियन बनी बल्कि पूरे वर्ल्ड कप में डॉमिनेट किया। लगातार 10 मैच जीती। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को दिल तोड़ देने वाली हार झेलनी पड़ी। राहुल द्रविड़ का चैंपियन बनने का सपना अधूरा ही रहा गया।
क्यों मिल सकता है द्रविड़ को विस्तार
टीम इंडिया के लिए आगे का सफर आसान नहीं होगा। रोहित, कोहली और अश्विन जैसे खिलाड़ी अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं। टीम इंडिया ट्रांजिशन के फेज में जाएगी। ऐसे में जब कोच के तौर पर फैसला लिया जाएगा तो द्रविड़ को एक और कार्यकाल देने के बारे में सोचा जा सकता है।