श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए ऋद्धिमान साहा को भारतीय टीम में नहीं चुना गया। इसके बाद उन्होंनें मीडिया के सामने आते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और हेड कोच राहुल द्रविड़ के साथ हुई बातचीत को साझा किया। यह विवाद तब और बढ़ गया जबा साहा ने एक पत्रकार द्वारा मैसेज में गलत व्हवहार के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किए।

दरअसल ऋद्धिमान साहा ने इंटरव्यू में कहा था कि, न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट के बाद दादा (सौरव गांगुली) ने मुझे मैसेज किया और मेरी पारी के लिए बधाई दी। उन्होंने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया। उन्होंने यह भी कहा कि, जब तक वह (सौरव गांगुली) बीसीसीआई में मौजूद हैं तब तक साहा टीम में रहेंगे। इस बात ने क्रिकेटर का आत्मविश्वास बढ़ाया था।

वहीं साहा ने राहुल द्रविड़ को लेकर कहा था कि, ‘टीम मैनेजमेंट में मुझसे कहा था कि अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। मैं यह तब तक नहीं बता सकता था, जब तक मैं भारतीय टीम के सेटअप का हिस्‍सा था। यहां तक कि राहुल द्रविड़ ने सलाह दी थी कि मुझे संन्‍यास लेने के बारे में सोचना चाहिए।’

राहुल द्रविड़ ने दिया ये जवाब

इस पूरे मामले पर वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद राहुल द्रविड़ ने प्रेस कॉन्फेंस में जवाब दिया। साहा के साथ बातचीत सामने आने के बाद आप दुखी हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए द्रविड़ ने कहा कि,’मैं बिल्कुल भी दुखी नहीं हूं। मेरे अंदर साहा के लिए औप उन्होंने जो भारतीय क्रिकेट के लिए किया इसे लेकर बहुत सम्मान है।’

टीम इंडिया के हेड कोच ने आगे कहा कि,’मैंने उनसे इसलिए बातचीत की थी क्योंकि मेरे अंदर उनके लिए सम्मान था। वह सत्यता और स्पष्टता के हकदार हैं। मैं यह नहीं चाहता था कि वह मीडिया से यह सब सुनें। मैं हमेशा खिलाड़ियों के साथ बातचीत करता हूं। हमेशा ऐसा नहीं हो सकता कि मेरी हर बात उन्हें पसंद आए और वह उससे सहमत हों।’

उन्होंने आगे कहा कि,’इस साल हमें सिर्फ तीन टेस्ट मैच खेलने हैं। पिछले कुछ सालों में ऋषभ पंत हमारे लिए विकेटकीपर के तौर पर टीम में पहली पसंद रहे हैं। साथ ही युवा विकेटकीपर्स को भी तैयार करने की ओर हम देख रहे हैं। बस इतना ही है। इसका मतलब यह नहीं है कि मेरे विचार और मेरा सम्मान ऋद्धिमान और उनकी उपलब्धियों के प्रति बदल गया है।’

गांगुली के भाई को नहीं भाई साहा की यह बात

रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए सौरव गांगुली के भाई स्नेहाशीष गांगुली ने कहा,”यह मेरी निजी राय है, लेकिन उन्हें (साहा) जो बताया गया वह निजी था। उन्हें शायद इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहिए था। साथ ही वह रणजी ट्रॉफी भी खेल सकते थे। उन्होंने बाहर रहने के लिए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया और हमें इसका सम्मान करना होगा। जब भी वह टीम में शामिल होना चाहते हैं, उनके लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं।”

BCCI करेगा मामले की जांच

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने रविवार को एक पत्रकार के साथ बातचीत के कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए थे। इस मामले में कई पूर्व क्रिकेटर समेत पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने भी ऋद्धिमान साहा का समर्थन किया था। वहीं अब बीसीसीआई ने भी इस मामले पर एक्शन की तैयारी कर ली है। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के मुताबिक पता लगाया कि, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने किसी भी एक्शन से पहले क्रिकेटर से उस पत्रकार का नाम पूछा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक भी, बीसीसीआई ने साहा से उस पत्रकार का नाम पूछा है। साथ ही भारतीय क्रिकेट बोर्ड इस मामले पर विस्तृत जांच करने की तैयारी में है। इससे पहले हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा ने भी साहा के समर्थन में पोस्ट करते हुए उनसे पत्रकार का नाम पूछा था और उसे बॉयकॉट करने की बात कही थी।