घरेलू क्रिकेट में मुंबई की तरफ से सरफराज खान के अलावा जो क्रिकेटर जमकर रन बना रहा है वो पृथ्वी शॉ हैं। पृथ्वी ने लगातार अपने बल्ले से रन बनाकर भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने की दावेदारी पेश की, लेकिन उनकी लगातार अनदेखी की जाती रही थी। हालांकि कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया था कि उनकी फिटनेस की वजह से उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा था तो कई क्रिकेट पंडितों का कहना था कि उनका स्ट्राइक रेट सही नहीं था साथ ही वो कोई बड़ी पारी नहीं खेल पा रहे थे, लेकिन रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ उन्होंने 379 की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली इसके बाद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया।

कीवी टीम के खिलाफ खेले गए इस सीरीज के लिए रिषभ पंत और संजू सैमसन टीम में नहीं थे इसलिए ऐसा माना जा रहा था कि पृथ्वी शॉ को मौका मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीनों टी20 मैचों में शुभमन गिल और ईशान किशन ने पारी की शुरुआत की थी। इस सीरीज को खत्म हुए लगभग एक महीना हो गया है और अब जाकर पृथ्वी शॉ ने बताया कि आखिर क्यों उन्हें इस सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिला जबकि उन्होंने टीम इंडिया में जुलाई 2021 के बाद वापसी की थी।

पृथ्वी शॉ ने न्यूज 24 स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए कहा कि मैंने जब टी20 टीम में वापसी की तो ये मेरे लिए शानदार मोमेंट था। सभी खिलाड़ियों से मिलना और उनके साथ ट्रेनिंग करना कमाल का अनुभव रहा और मैंने इसका पूरा लुत्फ उठाया। मुझे किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन मेरे लिए सबसे अहम ये था कि टीम में मेरा चयन हुआ। अंतिम ग्यारह में मौका देने का अधिकार कप्तान हार्दिक पांड्या और हेड कोच राहुल द्रविड़ के हाथों में था। यह सब उन पर निर्भर करता था कि कब खेलना है कब नहीं, लेकिन मैंने उसका सम्मान किया क्योंकि शायद वे मुझसे पहले वाले को मौका देना चाहते थे। मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है। मैं मौकों की तलाश करता रहूंगा क्योंकि मेरे पास उन लक्ष्यों की सूची है जिन्हें मैं भारतीय टीम के साथ हासिल करना चाहता हूं।