पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख नजम सेठी के अनुसार अगर पाकिस्तानी की टीम इस साल एशिया कप नहीं खेलती हैं तो टूर्नामेंट से होने वाली कमाई में करीब 30 लाख डॉलर (लगभग 25 करोड़ भारतीय रुपए) का नुकसान हो सकता है। सेठी का कहना है कि पाकिस्तान यह नुकसान उठाने को तैयार है क्योंकि यह सिद्धांत का मसला है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और पीसीबी के बीच इसे लेकर तकरार की स्थिति है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह की अध्यक्षता वाली एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की ओर से टूर्नामेंट का शेड्यूल जनवरी में ही जारी किया जा चुका है, लेकिन इसका आयोजन कहां होगा यह अभी तक तय नहीं है। पाकिस्तान इसका मेजबान है, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने वहां का दौरा करने से मना कर दिया हैं। ऐसे में पीसीबी चाहता है कि टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में हो। यानी भारत के मैच तटस्थ स्थान पर हों और बाकी मैच पाकिस्तान में। भारत के फाइनल में पहुंचने पर मैच तटस्थ स्थान पर ही होगा।
हम कोई और शेड्यूल स्वीकार नहीं करेंगे
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार नजम सेठी ने कहा, “हमने साफ तौर पर कहा है कि अगर एशिया कप हाइब्रिड आधार पर नहीं होता है तो हम कोई और शेड्यूल स्वीकार नहीं करेंगे और ना ही खेलेंगे।’’ एशिया कप सितंबर में होना है, लेकिन इसे लेकर संशय बरकरार है। जय शाह और नजम सेठी के बीच बैठक हो चुकी है, लेकिन वह बेनतीजा रही है।
भारत के लिए सुरक्षा कोई मसला नहीं : नजम सेठी
नजम सेठी ने आगे कहा,”अब भारत के लिए सुरक्षा कोई मसला नहीं है और हमने उन्हें कहा है कि अगर सरकार पाकिस्तान में खेलने की अनुमति नहीं दे रही है तो हमें इसका लिखित सबूत दिखाओ। जब आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड समेत दूसरी टीमें पाकिस्तान में खेलने को तैयार हें तो भारत को पाकिस्तान आने में सुरक्षा का कोई मसला नहीं होना चाहिए।” बता दें कि तल्ख रिश्तों के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं होती। दोनों टीमें एक दूसरे का दौरा नहीं करतीं। दोनों टीमों का आमना सामना मल्टी नेशन टूर्नामेंट में ही होता है।
