17 अक्टूबर से टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत होने जा रही है और 24 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान के बीच हाई वोल्टेज मुकाबला खेला जाएगा। उससे पहले पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को दो झटके लगे हैं। जहां पहले न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर ग्रांट ब्रैडबर्न ने पाकिस्तान के हाई परफॉर्मेंस कोचिंग प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं अब एक खिलाड़ी को स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया है।
पाकिस्तान में स्पॉट फिक्सिंग का ताजा मामला सामने आया है युवा बल्लेबाज जीशान मलिक को लेकर। आरोप सिद्ध होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित भी कर दिया है। हालांकि वे टी20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं थे लेकिन एक के बाद एक झटकों से गुजर रहे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का एक सिरदर्द और बढ़ गया।
आपको बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान में एक घरेलू टी20 टूर्नामेंट का समापन हुआ है। इस टूर्नामेंट में युवा खिलाड़ी जीशान मलिक भी खेल रहे थे। इस दौरान उनसे स्पॉट फिक्सिंग को लेकर कुछ लोगों ने संपर्क किया था, लेकिन जीशान ने इसकी जानकारी पीसीबी को नहीं दी। जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस खिलाड़ी पर कड़ी कार्रवाई की और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
ट्विटर पर एक पाकिस्तानी पत्रकार ने गुरुवार को लिखा था कि,’नदर्न के सलामी बल्लेबाज जीशान मलिक को पीसीबी ने भ्रष्टाचार विरोधी नियमों का उल्लंघन करन के चलते निलंबित कर दिया है। भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के अनुच्छेद 4.7.1 के तहत पीसीबी ने उन्हें दोषी पाते हुए ये कार्रवाई की है।’
2016 में पाकिस्तान के लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलने वाले जीशान से पहले भी पाकिस्तान में फिक्सिंग का साया मंडराता रहा है। कई स्टार खिलाड़ियों का इसके चलते करियर भी खत्म हो गया। जिसमें सलमान बट और मोहम्मद आसिफ जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इसके अलावा अपने करियर के शुरुआती दिनों में मोहम्मद आमिर ने भी कई सालों का बैन झेला था।
वहीं, पिछले साल भी जीशान मलिक जैसा ही मामला सामने आया था, जिसमें उमर अकमल शामिल थे। जहां पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान उमर अकमल को फिक्सिंग के लिए अप्रोच किया गया था और उन्होंने इसकी जानकारी बोर्ड को नहीं थी, जिसके बाद उन पर कार्रवाई हुई थी।