रेसिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) पर खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया है। मंत्रालय ने रविवार को नवनिर्वाचित भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह समेत पूरी नवनिवार्चित टीम को पद से अगले आदेश तक निलंबित कर दिया। संजय सिंह ने इस वर्ष के अंत से पहले उत्तर प्रदेश के गोंडा स्थित नंदिनी नगर में अंडर-15 और अंडर-20 जूनियर नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन की घोषणा की थी। इसके बाद खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया।
खेल मंत्रालय ने कहा कि नेशनल चैंपियनशिप की घोषणा जल्दबाजी में की गई और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। मंत्रालय ने यह भी कहा कि नया संघ पिछले पदाधिकारियों के पूर्ण नियंत्रण में प्रतीत होता है, जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे। गौरतलब है कि डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष बनने के बाद संजय सिंह ने बृजभूषण सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की थी। 21 दिसंबर 2023 को कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था। काफी देरी के बाद यह चुनाव हुए थे।

बीते सप्ताह हुआ था कुश्ती संघ का चुनाव
बीते सप्ताह भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को जीत मिली थी। उन्होंने पहलवान अनीता श्योराण को हराया था। इसके बाद खूब हंगामा बरपा था। महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया था। बृजभूषण पर महिला पहलवानों का यौन शोषण करने का आरोप लगा है।
बृजभूषण के खिलाफ लामबंद शीर्ष पहलवान
साक्षी, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट समेत देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण के खिलाफ लामबंद थे। उन्होंने भाजपा सांसद के खिलाफ जंतर-मंतर पर कई महीनों तक धरना दिया था। उन्होंने मांग की थी कि बृजभूषण का कोई उसका संबंधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए। डब्ल्यूएफआई के चुनाव में उनके करीबी संजय सिंह को जीत मिली। साक्षी के संन्यास के बाद बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र को लिखा था और पद्म श्री लौटा दिया था। एक-दो और पहलवानों ने ऐसा कदम उठाया था।