भारत में मुक्केबाजी प्रशासकों के बीच आपसी सहमति के पहले संकेत मिले जब जल्द ही गठित होने वाले नए संघ के रविवार (25 सितंबर) को होने वाले चुनावों से पहले पांच उपाध्यक्षों और दो क्षेत्रीय सचिवों का निर्विरोध चयन हुआ। नई संस्था को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) कहा जाएगा और इसके रविवार को आकार लेने की उम्मीद है जब कुछ उम्मीदवारों के भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बावजूद इसके बहुप्रतीक्षित चुनाव होंगे।
नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद खोइबी सलाम सिंह (पूर्वोत्तर), अनिल कुमार बोहिदार (दक्षिण पूर्व क्षेत्र), डा. सीबी राजे (दक्षिण क्षेत्र), नरेंद्र कुमार निर्वान (उत्तर पश्चिम क्षेत्र) और अनिल कुमार मिश्रा (मध्य क्षेत्र) को निर्विरोध उपाध्यक्ष चुना गया। जीवी रवि राजू (दक्षिण पूर्व) और आर गोपू (दक्षिण क्षेत्र) को निर्विरोध क्षेत्रीय सचिव चुना गया। अध्यक्ष पद के लिए दिल्ली के रोहित जैन, उत्तराखंड के अजय सिंह, हिमाचल प्रदेश के राजेश भंडारी और हरियाणा के राकेश ठकरान के बीच चौतरफा मुकाबला होगा।
अजय सिंह दौड़ में देर से शामिल हुए और उनकी उम्मीदवारी ने मुक्केबाजी जगत में हलचल मचाई और जैन ने आरोप लगाया कि उन्होंने चुनावों में घालमेल के लिए पैसे की ताकत का इस्तेमाल किया। महासचिव पद के लिए भी चार उम्मीदवार दौड़ में हैं जिसमें महाराष्ट्र के जय कोवली, जम्मू एवं कश्मीर के डा. निर्मोलक सिंह, ठकरान और गोवा के लेनी डि गामा शामिल हैं। कोवली और ठकरान दोनों पहले भी इस पद पर काबिज रह चुके हैं।
कोषाध्यक्ष पद के लिए असम के हेमंत कुमार कलीता और तमिलनाडु के पोन भास्करन चुनौती पेश कर रहे हैं। चुनावों पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगा जब अध्यक्ष पद के दावेदार रोहित जैन ने दावा किया कि कोवली ने उन्हें शीर्ष पद के लिए निर्विरोध चुनाव की पेशकश की थी जिसमें एक दूसर को फायदा पहुंचाया जाना था। तदर्थ समिति के साथ चुनाव की प्रकिया देख रही समंवय समिति ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है।