साल 2019 में आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम बेहतर लय में थी। इसके बावजूद उसे सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। जिस कारण उसका तीसरी बार वर्ल्ड कप जीतने का सपना चकनाचूर हो गया था। बारिश के कारण वह मुकाबला दो दिन तक चला था। पहले दिन बारिश से पूर्व भारत मैच में ड्राइविंग सीट पर नजर आ रहा था, लेकिन दूसरे दिन वह मुकाबला हार गया।

न्यूजीलैंड के शानदार गेंदबाज लॉकी फर्ग्युसन भी मानते हैं कि उस मैच में टीम इंडिया का पलड़ा भारी था, लेकिन एक गलती ने उसे खिताब जीतने की रेस से बाहर कर दिया। फर्ग्युसन की मानें तो बहुत ज्यादा आत्मविश्वास ही उस मैच में भारत की हार का कारण बना। क्रिकेट लाइफ स्टोरीज के एक एपिसोड में गुरुवार को तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने कहा, ‘मेरे द्वारा दो दिन में खेले गए वनडे मैचों में से यह सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक था।’

फर्ग्युसन ने बताया, ‘भारत को लग रहा था कि उनके पास जिस तरह का बल्लेबाजी आक्रमण है उसके मुकाबले हमने उन्हें जो लक्ष्य दिया था। वह काफी कम है। भारतीय खिलाड़ियों की बॉडी लैंग्वेज का हमें भी अहसास हो गया था। पहले दिन के खेल के बाद रात में मैं अपने कमरे में था। मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझसे पूछा कि मैं घबरा रहा हूं। मैंने उससे कहा कि हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है।’ उस मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को जीत के लिए 240 रन का लक्ष्य दिया था।

फर्ग्युसन ने कहा, ‘अगले दिन, ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी ने शुरुआत में ही भारत के शीर्ष बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी।’ भारत 24 रन पर 4 विकेट गंवा चुका था। इसमें रोहित शर्मा, केएल राहुल और दिनेश कार्तिक के विकेट मैट हेनरी ने लिए थे, जबकि भारतीय कप्तान विराट कोहली का विकेट ट्रेंट बोल्ट ने लिया था।

जब जश्न मनाने देर रात सड़कों पर निकल पड़ी थीं सोनिया गांधी, कांग्रेस चीफ को झूमता देख दंग रह गए थे लोग

फर्ग्युसन ने कहा, ‘ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी के कारण दबाव हम पर से हटकर भारत पर आ गया। मैच जीतने के लिए यह एक शानदार स्थिति थी।’ फर्ग्युसन ने उस मैच में 43 रन देकर एक विकेट लिया था।

उस मुकाबले में पहले दिन 46.1 ओवर का खेल हुआ था। उस समय न्यूजीलैंड ने 5 विकेट पर 211 रन बनाए थे। उसके बाद बारिश के कारण आगे का खेल नहीं हो पाया। दूसरे दिन पहले दिन से आगे का खेल शुरू हुआ। न्यूजीलैंड ने अगली 23 गेंद में 28 रन बनाए और 3 विकेट गंवाए। भारतीय टीम 49.3 ओवर में 221 रन पर ऑलआउट हो गई थी।