दूसरे टैस्ट क्रिकेट मैच के चार दिन बारिश की भेंट चढ़ जाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हाशिम आमला ने बुधवार को स्वीकार किया कि एबी डिविलियर्स के अपने सौवें मैच में 85 रन की पारी को छोड़कर उनके लिए बारिश से प्रभावित इस मैच में कुछ खास सकारात्मक नहीं रहा। आमला ने दूसरा टैस्ट मैच ड्रा छूटने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह भी बांंग्लादेश के खिलाफ जैसा मैच ही रहा जब मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। डेल ने तब 400वां विकेट लिया और हम उसको लेकर खुशी मनाते रहे। अब एबी ने अपना सौवां टैस्ट मैच खेला और वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। हम वास्तव में इसको लेकर बहुत खुश हैं। अगर टीम के लिहाज से देखा जाए तो ईमानदारी से हूं तो मुझे नहीं लगता कि यहां हमारे लिए बहुत ज्यादा सकारात्मक पहलू नहीं रहे।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान को हालांकि नहीं लगता कि 214 रन पर आउट होने का मतलब उनके लिए टैस्ट मैच का समाप्त होना नहीं था। उन्होंने कहा कि हालांकि हम 220 से कम स्कोर पर आउट हो गए और दिन के आखिर में भारत अच्छी स्थिति में था लेकिन टैस्ट मैच हमेशा पहले दिन नहीं जीते जाते। हमारे पास वापसी करने के लिए काफी समय बचा था। आप नहीं जानते कि कब क्या हो जाए। आमला ने कहा कि एम चिन्नास्वामी का विकेट बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छा था लेकिन डिविलियर्स को छोड़कर किसी ने भी इस मौके का फायदा नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छा विकेट था। हम कोई साझेदारी नहीं निभा पाए। एबी हमेशा की तरह अपवाद रहा। दुर्भाग्य से कोई भी लंबे समय तक उसका साथ नहीं दे पाया। हम आत्मविश्वास हासिल करते तो यह हमारे लिए अच्छा रहता। हमने अब तक अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है। नागपुर हालांकि अलग तरह का टैस्ट होगा।
आमला ने कहा कि उम्मीद है कि वहां हमें अधिक क्रिकेट खेलने को मिलेगी। नागपुर का मौसम क्रिकेट के अनुकूल होना चाहिए। लेकिन कुछ समय पहले ही हम बांग्लादेश में भी इस तरह के अनुभव के गुजरे हैं। टैस्ट क्रिकेट के कुछ दिन बारिश की भेंट चढ़ गए और हम कुछ नहीं कर पाए। हमें अब अगले मैच पर गौर करना होगा और आशा है कि अगले टैस्ट में हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे। आमला ने हालांकि अपने सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर और स्टियान वान जिल का पक्ष लिया जो अभी तक तीन पारियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान से पूछा गया कि क्या वे बदलाव के बारे में सोच रहे हैं, उन्होंने कहा कि नहीं मैं ऐसा नहीं है। पारी का आगाज करना टैस्ट क्रिकेट में संभवत: सबसे मुश्किल काम है। कई बार आप 150 ओवरों तक क्षेत्ररक्षण करते हो और फिर आपके पास बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरने के लिए दस मिनट का समय होता है। डीन और स्टियान हमारे सर्वश्रेष्ठ ओपनर है। और वे अच्छी भूमिका निभाएंगे। जहां तक मेरा और फाफ डु प्लेसिस का सवाल है तो हम अच्छी भूमिका नहीं निभा पाए और इसके लिए हम स्वयं दोषी हैं। आमला ने डेल स्टेन की फिटनेस और अगले मैच में उनकी उपलब्धता के बारे में कहा कि मैं अब भी उनकी चोट को लेकर सौ फीसद सुनिश्चित नहीं हूं लेकिन अगर वे अगले मैच के लिए तैयार हो जाते हैं तो निश्चित तौर पर यह शानदार होगा कि विश्व का नंबर एक गेंदबाज टीम में वापसी करे। वे पूरी तरह फिट रहते हंै तो वे इस मैच में खेलेंगे। अभी मैं कुछ नहीं कह सकता। मैंने अभी फिजियो से बात नहीं की।
दूसरी तरफ, भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दूसरे टैस्ट क्रिकेट मैच में पहले दिन दक्षिण अफ्रीका को 214 रन पर आउट करने के बाद अगले चार दिन बारिश के कारण खेल नहीं हो पाने पर निराशा जताई। कोहली के चेहरे पर निराशा साफ नजर आ रही थी। उन्होंने कहा कि यह बेहद निराशाजनक है। दूसरे और तीसरे दिन का खेल रद्द होना काफी निराशाजनक रहा क्योंकि पहले दिन हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा था। किसी भी टैस्ट मैच में सबसे मुश्किल काम अपना पलड़ा भारी करना और वहां से और बेहतर स्थिति में पहुंचना होता है। हम ऐसा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे थे। लेकिन मौसम खराब हो गया। उन्होंने कहा कि आप अच्छी स्थिति में हो या नहीं, यह किसी भी टीम के लिए कष्टप्रद होता है कि वह मैदान पर आए और खेल नहीं हो सके। खेल का उद्देश्य सकारात्मक क्रिकेट खेलना है। डेढ़ दिन में परिणाम हासिल करना असंभव लगता है लेकिन हमारा मानना था कि यदि चौथे या पांचवें दिन खेल होता है तो हम चौथे दिन बल्लेबाजी करके पांचवें दिन उन पर दबाव बना सकते हैं।
कोहली ने कहा कि हमने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर दुनिया की नंबर एक टीम को तीन सत्र के अंदर आउट किया। हमारे खिलाड़ी पूरी लय में थे। उन्होंने कहा कि मौसम की मार झेलने वाले मैचों में कुछ खास नहीं किया जा सकता है। भारतीय कप्तान ने कहा कि मेरा मानना है कि अगर टैस्ट मैच में आप चार दिन गंवा देते हो तो फिर एक रिजर्व दिन होने का कोई मतलब नहीं बनता है। यदि एक या दो दिन खेल नहीं हो पाता और तब आप बदलाव करते तो उसका कुछ मतलब बनता है लेकिन आप चार दिन गंवा देते हो तो फिर रिजर्व दिन तर्कसंगत नहीं होता। मैं नहीं जानता कि इसका क्या समाधान हो सकता है।
कोहली ने कहा कि नियम होते तो इस तरह से होने चाहिए कि जितने दिन आपने गंवाए उतने दिन आगे मैच खेला जाए लेकिन ऐसी स्थिति में जबकि हमने चार दिन गंवाए तब यह नौ दिन का टैस्ट मैच हो जाता जो कि सही नहीं है। मुझे नहीं लगता कि कोई बदलाव होना चाहिए क्योंकि वर्षों से ऐसा चला आ रहा है। कोहली ने शिखर धवन का पूरा पक्ष लिया जो मोहाली में पहले मैच की दोनों पारियों में खाता नहीं खोल पाए थे लेकिन यहां वह 45 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने कहा कि आप पिछले तीन टैस्ट मैचों में दो शतक को संघर्ष कहते हो तो फिर मैं नहीं जानता कि आप फार्म किसे कहते हो। पिछले तीन टैस्ट मैचों में उसने बांग्लादेश और फिर श्रीलंका के खिलाफ गाले में शतक बनाया। दुर्भाग्य से वह चोटिल हो गया और इसके बाद उसने मोहाली में अपना पहला मैच खेला। इसलिए केवल दो या तीन पारियों से इतना कड़ा रवैया अपनाना सही नहीं है।