कोलकाता नाइटराइडर्स की बल्लेबाजी के रीढ़ कहे जाने वाले नीतीश राणा ने पढ़ाई की जगह क्रिकेट को चुना था। राणा को 2015 में इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस ने खरीदा था। इसके बाद 2018 में वे केकेआर से जुड़े थे। राणा ने आईपीएल में 46 मैच में 29.32 की औसत से 1085 रन बनाए हैं। इस दौरान 8 अर्धशतक लगाए। नीतीश केकेआर के लिए मध्यक्रम में सभी नंबर पर बल्लेबाजी कर चुके हैं। उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान शुरुआती क्रिकेट के बारे में बताया। इस दौरान उनके पिता ने कहा कि नीतीश को क्रिकेटर बनाने के लिए उन्होंने गालियां सुनी हैं।
‘क्रिकबज’ से बात करते हुए पिता दारा सिंह राणा ने कहा, ‘‘आठ साल का होगा तब मैंने इससे पूछा कि पढ़ना भी जरूरी है बेटा। मैंने इससे कहा कि एक चीज चूज कर ले आज। ये किताबें रखी हैं और ये बैट तो इसने बैट उठाया। फिर इसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। ये वाकई में हुकुम का इक्का है। मैं प्रोफेसर हूं और मेरे ही स्कूल में ये पढ़ता था। बहुत दोस्तों ने कहा ये क्या कर रहा है तू। वे मुझे गालियां देते थे। उनके बेटे इंजीनियर थे। मेरा बेटा इंजीनियर नहीं तो बहुत कुछ है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘बचपन में मैं इसे फिट करने के लिए ग्राउंड भेजता था। ताकि यह अपनी हाईट बढ़ाए। मुझे लग रहा था कि इसकी हाईट छोटी रह जाएगी। हम सबकी हाईट अच्छी है। एक दिन जब ये 12-13 साल का था तो मैं ग्राउंड लेकर गया था। मैंने इससे कहा कि ये ग्राउंड देख, यहां रोप (रस्सी/बाउंड्री लाइन) लगी है। रोप के अंदर जो भी जाएगा वो खिलाड़ी है और उससे बाहर जो है वह दर्शक। यह रोप के अंदर जाना पसंद करता था।’’
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नीतीश ने बताया कि उनके घर मे क्रिकेट को लेकर फाइट होती थी। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा बड़ा भाई राहुल द्रविड़ सर का फैन, मैं सौरव गांगुली सर का फैन और पापा सचिन तेंदुलकर सर के फैन। जैसे ही दादा आउट होते तो पापा कुछ न कुछ कॉमेंट करते थे। मैं वहां से भागता था। कुंडी लॉक करके रोता था और जब सब ठीक होता था तब बाहर आता था। मम्मी को क्रिकेट पसंद नहीं थे। वो मुझे बचपन में विकेट से मारती थी।’’