बुडापेस्ट में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के गोल्ड और उनके प्रतिद्वंदी अरशद नदीम के सिल्वर जीतने की खबर से भारत-पाकिस्तान के लोगों की सोमवार की शुरुआत हुई। तब पड़ोसी मुल्क के खानेवाल जिले के मियां चन्नू शहर में अरशद के पिता पेशे से राजमिस्त्री मुहम्मद अशरफ रोज की तरह काम पर जाने की तैयारी कर रहे थे। सात बच्चों का पिता अपने परिवार के साथ शहर में तीन कमरों के घर में रहता है और हर कोई नदीम को फाइनल में देखने के लिए देर तक जागता रहा।

अरशद के पिता अशरफ ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि नीरज चोपड़ा के बारे में अरशद अक्सर बात करते रहते हैं। जब वह चोटिल थे तो नीरज को यूट्यूब और अपने मोबाइल फोन पर देखते थे। उन्होंने यह भी बताया कि जैवलीन थामने से पहले अरशद टेप बॉल क्रिकेट खेलते थे। अरशद के पिता ने उनके बारे में काफी रोचक जानकारी दी।

अपने पुत्तर नू मेडल जीतन दा मौका किसे किसे नू मिलदा है

अरशद नदीम के घर के आस-पास कैसा माहौल था इसके बार में उनके पिता मुहम्मद अशरफ ने फोन पर द इंडियन एक्सप्रेस को बताते हुए कहा, “साडे पिंड दा एक एक बंदा अरशद नू टीवी ते देख रहा सी। सारेया नू पता सी की सवेरे काम ते जाना है पर दुनिया दे लेवल ते अपने पुत्तर नू मेडल जीतन दा मौका किसे किसे नू मिलदा है।”

पड़ोसियों ने एलसीडी चौराहे पर लगाया

अरशद के पड़ोसियों ने रविवार की रात को एक एलसीडी भी किराए पर ली और इसे शहर के एक चौराहे पर लगाया, जहां 500 से अधिक लोगों ने वर्ल्ड एथलेटिक्स फाइनल देखा। उन्होंने कहा, “मुझे थ्रो वगैरह समझ में नहीं आते, लेकिन जब इवेंट के बाद अरशद को मेडल दिया गया तो मुझे पता चल गया कि उसने विश्व स्तर पर कुछ बड़ा किया है। उन्होंने गांव के साथ-साथ पाकिस्तान और एशिया को गौरवान्वित किया है। जब उन्होंने पदक जीता तो उनके सभी भाई-बहन खुशी मना रहे थे।”

इंडिया दा मुंडा गोल्ड जीत्या ते अरशद हमेशा ओहरे गल करदा है

नीरज चोपड़ा को लेकर अरशद के पिता ने कहा, “इंडिया दा मुंडा गोल्ड जीत्या ते अरशद हमेशा ओहरे गल करदा है। वह अक्सर यूट्यूब वीडियो देखते थे और हम उनके मोबाइल फोन पर भारतीय लड़के को देखते थे। चोट के दौरान जब वह घर पर थे, तो वह भाला और टेंट पेगिंग और भाला के बीच समानता के बारे में बात करते थे। वह हमें बताते थे कि यह टेंट पेगिंग की तरह ही है जौवलिन में भी सही एंगल और वेलोसिटी हासिल करना होता है।”